नई दिल्ली:कांग्रेस के अंदर 23 नेताओं द्वारा लिखे पत्र को लेकर बवाल जारी है। सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखने वालों में प्रमुख रूप से शामिल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर पर केरल के कुछ नेताओं ने निशाना साधा है। शशि थरूर पर पत्र लिखने को लेकर निशाना साधते हुए केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यवाहक अध्यक्ष और लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश ने कहा है कि शशि थरूर एक गेस्ट आर्टिस्ट हैं। कोडिकुनिल सुरेश ने कहा है कि हर कोई कांग्रेस में पार्टी के बनाए नियमों पर ही चलता है और शशि थरूर को भी वही नियम फॉलो करने चाहिए। उन्होंने कहा कि पार्टी में सभी को उसकी नीतियों और कार्यक्रमों के अनुसार चलना चाहिए।
शशि थरूर को यह नहीं सोचना चाहिए कि वह कांग्रेस में कोई फैसला ले सकते है: कोडिकुनिल सुरेश
कोडिकुनिल सुरेश ने कहा, शशि थरूर निश्चित रूप से नेता नहीं हैं। कांग्रेस में वह एक गेस्ट आर्टिस्ट (अतिथि कलाकार) के तौर पर आए थे। वबअब भी अतिथि कलाकार के रूप में पार्टी में बने हुए हैं।
कोडिकुनिल सुरेश ने कहा, शशि थरूर भले की एक वैश्विक नागरिक हो सकते हैं लेकिन उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि वह कोई भी निर्णय ले सकते हैं या अपनी इच्छा से कुछ भी कह सकते हैं। इसलिए बेहतर होगा कि वह पार्टी के हिसाब से ही चलें।
केरल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा सांसद के. मुरलीधरन ने भी गुरुवार (27 अगस्त) शशि थरूर पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था कि वह एक 'वैश्विक नागरिक' हैं। कांग्रेस में फैसला लेने की कोशिश ना करें।
शशि थरूर ने एक दिन पहले कहा- हमें कांग्रेस के हित में मिलकर काम करना चाहिए
लोकसभा में पार्टी के मुख्य सचेतक कोडिकुनिल सुरेश यह बयान ऐसे वक्त आया जब एक दिन पहले गुरुवार (27 अगस्त) को शशि थरूर ने कहा था कि हम सभी का कर्तव्य है कि कांग्रेस के हित में मिलकर काम करें।
शशि थरूर ने ट्वीट किया, मैं कांग्रेस में हाल की घटनाओं पर चार दिन से चुप था क्योंकि जब एक बार कांग्रेस अध्यक्ष ने कह दिया कि यह अब कोई मुद्दा नहीं रह गया है, तो हम सभी का कर्तव्य है कि हम साथ मिलकर पार्टी के हित में काम करें। मैं अपने सभी साथियों से इस सिद्धांत को बरकरार रखने और बहस को समाप्त करने का अनुरोध करता हूं।
गुलाम नबी आजाद, मनीष तिवारी, कपिल सिब्बल और शशि थरूर उन 23 नेताओं में शामिल हैं जिन्होंने कांग्रेस के संगठन में व्यापक बदलाव, सामूहिक नेतृत्व और पूर्णकालिक अध्यक्ष की मांग को लेकर हाल ही में सोनिया गांधी को पत्र लिखा था। इसको लेकर बड़ा विवाद खड़ा हुआ है।
इन नियुक्तियों में पत्र विवाद से जुड़े नेताओं की उपेक्षा के सवाल पर कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और लोकसभा सदस्य ने कहा है कि सोनिया जी संसदीय दल की प्रमुख हैं। संसद से जुड़ी नियुक्तियां करना उनका अधिकार है। उन्होंने कुछ नेताओं पर भरोसा दिखाया है तो इसका यह मतलब नहीं है कि दूसरे लोगों को नजरअंदाज कर दिया गया।