कासगंज हिंसा के चार दिन बाद हिंसा की लपटें तो थम गईं लेकिन नेताओं की विवादित बयानबाजी का सिलसिला नहीं थम रहा। विवादित बयानों में बीजेपी नेताओं में ही होड़ मची है। इसमें विनय कटियार से लेकर साध्वी निरंजन ज्योति और सूर्यप्रताप साही तक शामिल हैं।
बीजेपी सांसद विनय कटियार ने गणतंत्र दिवस के मौके पर कासगंज में फैली हिंसा के पीछे पाकिस्तान समर्थकों का हाथ होने की बात कही है। कटियार ने कहा कि चंदन गुप्ता की हत्या पाकिस्तान समर्थकों ने ही की। कटियार के कहा कि कासगंज हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है। कासगंज में इसके पहले कभी सांप्रदायिक तनाव नहीं हुआ था लेकिन गणतंत्र दिवस को पाकिस्तान का समर्थन करने वाले कुछ उपद्रवियों ने तिरंगा का अपमान करने की कोशिश की जिसके बाद माहौल खराब हुआ।
बीजेपी सांसद साध्वी निरंजन ज्योति का कहना है कि राष्ट्रविरोधी तत्व तिरंगा यात्रा बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। इसी वजह से ऐसी घटना हुई। उन्होंने योगी सरकार की तारीख करते हुए कहा कि यूपी सरकार ऐसी घटनाओं के खिलाफ कड़े ऐक्शन ले रही है। ऐसे संवेदनशील मुद्दों का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए।
योगी सरकार में मंत्री सूर्यप्रताप शाही तो इन दोनों नेताओं से एक कदम आगे निकल गए। उनका मानना है कि कासगंज की साम्प्रदायिक हिंसा एक छोटी घटना है। सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि यह छोटी घटना है जिसमें दो लोगों के साथ हादसा हुआ है। इस घटना को इतना तूल नहीं दिया जाना चाहिए। सरकार इस पर कार्रवाई कर रही है।