जोरहाटः कांगेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने भाजपा सरकार पर हमला बोला। असम रैली में कहा कि भाजपा ने युवाओं, किसानों, कामगारों के साथ धोखा किया है।
कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री 22 साल की महिला (दिशा रवि) के ट्वीट को लेकर दुखी हैं लेकिन असम की बाढ़, सीएए को लेकर नहीं है। विधानसभा चुनाव के बाद यदि उनकी पार्टी असम में सत्ता में आती है, तो संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को ‘‘अमान्य करने के लिए’’ राज्य में एक नया कानून लाया जाएगा।
प्रियंका ने ‘पांच गारंटी’ अभियान की शुरुआत की और कहा, ‘‘यदि उनकी पार्टी को (जनता ने) इस पूर्वोत्तर राज्य में सरकार बनाने का मौका दिया, तो पूरे राज्य में ‘गृहिणी सम्मान’ के रूप में गृहिणियों को हर महीने 2,000 रुपये दिये जाएंगे और सभी परिवारों को 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला करते हुए कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने रविवार को आरोप लगाया कि वह 22 वर्षीय महिला के एक ट्वीट से दुखी हैं, लेकिन असम में आयी बाढ़ से तबाह हुए लोगों के लिए नहीं। मोदी के असम के चाबुआ में एक चुनावी रैली में टूलकिट और कांग्रेस की कथित साजिश का मुद्दा उठाने के एक दिन बाद पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत राजीव गांधी की बेटी ने कहा कि मोदी बाढ़ के दौरान लोगों की परेशानियों को लेकर चुप थे।
चुनावी राज्य असम का दो दिवसीय दौरा कर रहीं कांग्रेस महासचिव ने यह वादा भी किया कि उनकी पार्टी के (सत्ता में आने पर) चाय बागान मजदूरों की न्यूनतम दिहाड़ी मौजूदा 167 रुपये से बढ़ा कर 365 रुपये कर दी जाएगी और अगले पांच वर्षों में युवाओं को करीब पांच लाख सरकारी नौकरियां दी जाएंगी। उन्होंने कहा, ‘‘असम के लोगों को भाजपा ने 25 लाख नौकरियां देने का पांच साल पहले वादा किया था, लेकिन उन्हें धोखा दिया और इसके बजाय यहां के लोगों पर सीएए थोप दिया।
हमारी पार्टी (कांग्रेस) खोखले वादे नहीं कर रही है, बल्कि पांच गारंटी दे रही है। यह चुनाव विश्वास को लेकर है, यह राज्य की अस्मिता बचाने की लड़ाई है।’’ वह अपने गले से पारंपिक गमोसा (गमछा) लटकाए हुए थीं, जिस पर ‘सीएए’ लिखकर उसपर क्रॉस का निशान था।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान ब्रह्मपुत्र में आई पिछले साल की बाढ़ से करीब 28 लाख लोग प्रभावित हुए थे। प्रियंका ने कहा, ‘‘मैं कल प्रधानमंत्री का भाषण सुन रही थी। उन्होंने बहुत गंभीरता से कहा कि वह एक घटना से बहुत दुखी हैं। मुझे लगा वह असम के विकास के बारे में या असम में भाजपा ने कैसा काम किया इस बारे में बोलेंगे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन मैं यह सुनकर हैरान रह गई कि प्रधानमंत्री 22 वर्षीय महिला (दिशा रवि) के एक ट्वीट के बारे में बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने असम के चाय उद्योग को खत्म करने की साजिश रची। वह कांग्रेस द्वारा सोशल मीडिया पर दो गलत तस्वीरें गलती से डालने को लेकर भी दुखी थे।’’
उन्होंने मोदी से सवाल किया कि वह बाढ़ से प्रभावित लोगों और सीएए विरोधी आंदोलन के लिए दुखी क्यों नहीं हैं, जिसमें पांच युवक मारे गए। कांग्रेस नेता ने मोदी से सवाल किया, ‘‘आप तब असम क्यों नहीं आए जब लोग डूब रहे थे? आप तब दुखी क्यों नहीं थे, जब भाजपा द्वारा किए सभी बड़े वादे पूरे नहीं किए? क्या आप चाय बागान गए और कामगारों से उनकी दिक्कतों के बारे में बात की? ’’
असम में ‘डबल इंजन’ की सरकार वाले प्रधानमंत्री के चर्चित बयान के बारे में प्रियंका ने मजाक उड़ाते हुए कहा कि राज्य में अभी ‘‘दो मुख्यमंत्री’’ हैं। उन्होंने शक्तिशाली मंत्री हिमंत बिस्व सरमा और मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के बीच सत्ता को लेकर चल रही खींचतान का जिक्र करते हुए यह टिप्पणी की।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने कहा कि आपके पास डबल इंजन की सरकार है, लेकिन असम के पास दो मुख्यमंत्री हैं। मुझे नहीं पता कि कौन से ईंधन से कौन-सा इंजन चलेगा। असम में असम सरकार नहीं चल रही है...भगवान आपको बचाए।’’ कांग्रेस नेता ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने युवाओं, किसानों और चाय बागान श्रमिकों समेत समाज के सभी वर्गों के साथ धोखा किया है, क्योंकि उसने पांच साल पहले किया अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया।
(इनपुट एजेंसी)