PM Modi Trinidad and Tobago Visit: दिल में रामायण, अपनी मिट्टी छोड़ी, आत्मा नहीं?, पीएम मोदी ने त्रिनिदाद एवं टोबैगो में भारतीय समुदाय को किया सलाम, देखें तस्वीरें
1 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच देशों के अपने दौरे के दूसरे चरण में दो दिवसीय यात्रा के तहत बृहस्पतिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो पहुंचे। यह 1999 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इस कैरेबियाई द्वीप राष्ट्र की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। त्रिनिदाद एवं टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर, उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों, सांसदों और कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों सहित 4,000 से अधिक लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए। मोदी ने अपने संबोधन के दौरान त्रिनिदाद एवं टोबैगो में रह रहे भारतीय समुदाय की प्रशंसा करते हुए कहा, ‘‘उन्होंने अपनी धरती छोड़ दी लेकिन अपनी आत्मा नहीं छोड़ी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया लेकिन अपने दिलों में रामायण को ले गए। उन्होंने अपनी मिट्टी छोड़ी लेकिन अपनी आत्मा नहीं। वे सिर्फ प्रवासी नहीं थे।2 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: वे एक शाश्वत सभ्यता के संदेशवाहक थे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनके योगदान से इस देश को लाभ हुआ है - सांस्कृतिक, आर्थिक और आध्यात्मिक रूप से। इस खूबसूरत देश पर आप सभी का जो प्रभाव है, उसे देखिए।’’ मोदी ने कहा कि वह अयोध्या स्थित राम मंदिर की प्रतिकृति और सरयू नदी का कुछ जल लेकर आए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘आप सभी जानते हैं कि इस साल की शुरुआत में दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक समागम महाकुंभ हुआ था। मुझे महाकुंभ का जल भी अपने साथ लाने का सौभाग्य मिला।’’3 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: उन्होंने कहा, ‘‘मैं कमला जी (प्रधानमंत्री) से अनुरोध करता हूं कि वह सरयू नदी और महाकुंभ के पवित्र जल को यहां गंगा धारा में अर्पित करें। कामना है कि यह पवित्र जल यहां के लोगों के जीवन में खुशहाली लाए।’’ मोदी ने कहा कि भारत गिरमिटिया समुदाय का एक व्यापक डेटाबेस बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रहा है।4 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: गिरमिटिया ब्रिटिश शासन के दौरान भारत से लाए गए बंधुआ मजदूर थे जिन्हें फिजी, दक्षिण अफ्रीका, मॉरीशस और कैरेबियाई देशों के बागानों में काम करने के लिए लाया गया था। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में भारतीय अर्थव्यवस्था के लचीलेपन और इसके विकास पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ‘‘भारत दुनिया की सबसे तेजी से विकास करती प्रमुख अर्थव्यवस्था है। हम जल्द ही दुनिया की शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो जाएंगे। भारत के विकास और प्रगति का लाभ सर्वाधिक जरूरतमंद लोगों तक पहुंच रहा है।’’5 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने दिखाया है कि गरीबों को सशक्त बनाकर गरीबी को हराया जा सकता है और करोड़ों लोगों में पहली बार यह विश्वास पैदा हुआ है कि देश को गरीबी से मुक्त किया जा सकता है। मोदी ने कहा कि भारत के विकास को उसके ‘‘नवोन्मेषी और ऊर्जावान’’ युवा गति दे रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप केंद्र है। इनमें से लगभग आधे स्टार्टअप में निदेशक के रूप में महिलाएं हैं। लगभग 120 स्टार्टअप को ‘यूनिकॉर्न’ का दर्जा मिला है।’’6 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: मोदी ने भारत के ‘यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस’ (यूपीआई) को भी प्रदर्शित करते हुए कहा कि इसने डिजिटल भुगतान में क्रांति ला दी है। उन्होंने कहा, ‘‘दुनिया के लगभग 50 प्रतिशत त्वरित डिजिटल लेनदेन भारत में होते हैं। मैं त्रिनिदाद एवं टोबैगो को यूपीआई अपनाने वाला इस क्षेत्र का पहले देश बनने के लिए बधाई देता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अब पैसे भेजना मोबाइल पर ‘सुप्रभात’ का संदेश भेजने जितना आसान होगा और मैं वादा करता हूं कि यह वेस्टइंडीज की गेंदबाजी से भी तेज होगा।’’7 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: प्रधानमंत्री ने बुनियादी ढांचे, रक्षा और विनिर्माण के क्षेत्र में भारत के तीव्र विकास और परिवर्तन को भी रेखांकित किया। इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी घाना की अपनी दो दिवसीय यात्रा संपन्न करने के बाद बृहस्पतिवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो पहुंचे जहां पियार्को अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रसाद-बिसेसर ने उनका स्वागत किया। मोदी का औपचारिक स्वागत करने के बाद उन्हें ‘गार्ड ऑफ ऑनर’ दिया गया।8 / 8PM Modi Trinidad and Tobago Visit: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने त्रिनिदाद एवं टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा को साहस से भरी बताते हुए कहा कि उनके पूर्वजों ने जो कष्ट झेले, वे ‘‘सबसे मजबूत लोगों को भी तोड़ सकते थे।’’ त्रिनिदाद एवं टोबैगो की आबादी लगभग 13 लाख है जिनमें से 45 प्रतिशत भारतीय मूल के लोग हैं। मोदी ने कहा, ‘‘त्रिनिदाद एवं टोबैगो में भारतीय समुदाय की यात्रा साहस से भरी है। आपके पूर्वजों ने जिन परिस्थितियों का सामना किया, वे सबसे मजबूत लोगों को भी तोड़ सकती थीं लेकिन उन्होंने उम्मीद के साथ कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने समस्याओं का डटकर सामना किया।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘उन्होंने गंगा और यमुना को पीछे छोड़ दिया लेकिन रामायण को अपने दिलों में संजोए रखा।’ उन्होंने भारतीय समुदाय को ‘‘शाश्वत सभ्यता’’ का संदेशवाहक बताया।