1 / 7पत्ता गोभी वाला कीड़ा खाने के साथ हमारे पेट में और फिर आंतो से होते हुए दिमाग में पहुंच सकता है, कई ऐसी चीजें हैं जिनमें ये हो सकता है।2 / 7जानवरों के मल में ये हो सकता है और पूरी तरफ से पकी नहीं हुई सब्जियों में और सही से न पके एनिमल प्रोडक्ट में भी ये हो सकता है।3 / 7टेपवर्म का लार्वा पालक में भी पाया जाता है, क्यों की ये जमीन में उगती हैं और लोग इसे सलाद में भी इस्तेमाल करते हैं, जिसके कारण इसका शरीर में जाने का खतरा बना रहता है।4 / 7मछली में Diphyllobothrium टेपवर्म पाया जाता है और जब मछली को बिना पके या आधा पके हुए खाया जाए तो इसका खतरा काफी बढ़ जाता है।5 / 7फूल गोभी जमीन पर उगती हैं और इसके टेपवर्म की Taeni solium प्रजाति पाई जाती है।6 / 7हरे धनिये में भी पत्ता गोभी वाला कीड़ा टेपवर्म पाया जाता है, टेपवर्म से होने वाले इन्फेक्शन taeniasis कहलाता है जो शरीर में जाने के बाद अंडे देता है, इसकी तीन प्रजाति होती हैं टीनिया सेगीनाटा, टीनिया सोलिअम और टीनिया एशियाटिका।7 / 7ब्रोकली में भी टेपवर्म का लार्वा पाया जाता है, ब्रोकली भी गोभी के ही जैसे सब्जी होती है।