धीमी गति से दिल धड़कने जैसे ये 6 संकेत हलके में न लें, हार्ट अटैक के खतरे को पहचानें, बच सकती है मरीज की जान

By संदीप दाहिमा | Updated: March 2, 2022 19:21 IST2022-03-02T19:17:21+5:302022-03-02T19:21:49+5:30

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छाती में फड़फड़ाहट, दिल की धड़कन बढ़ना, धीमी गति से धड़कन, सीने में दर्द या बेचैनी, सांस में कमी, चक्कर, सिर चकराना और बेहोशी दिल की बीमारी का संकेत हो सकता है।

पीला ग्रे या नीला त्वचा का रंग, पैरों, पेट या आंखों के आसपास के क्षेत्रों में सूजन, एक शिशु में, दूध पिलाने के दौरान सांस की तकलीफ, जिससे वजन कम होता है आदि शामिल हैं।

बुखार, साँसों की कमी, कमजोरी या थकान, आपके पैरों या पेट में सूजन, आपके हृदय की लय में परिवर्तन, सूखी या लगातार खांसी, त्वचा पर चकत्ते या असामान्य धब्बे होना शामिल हैं।

थकान, साँसों की कमी, अनियमित दिल की धड़कन, सूजे हुए पैर या टखने, छाती में दर्द और बेहोशी शामिल है।

हृदय रोग का सबसे प्रमुख कारण धूम्रपान करना, पारिवार में किसी को इस बीमारी का होना, बहुत ज्यादा मोटापा, मधुमेह और उच्च रक्तचाप होना।