शेयर बाजार में लगातार चार दिन की तेजी पर लगा विराम, बैंकिंग शेयर्स का बुरा हाल, सेंसेक्स 452 अंक टूटा
By संदीप दाहिमा | Updated: June 30, 2025 19:04 IST2025-06-30T19:01:29+5:302025-06-30T19:04:15+5:30

स्थानीय शेयर बाजार में पिछले चार कारोबारी सत्रों से जारी तेजी पर सोमवार को विराम लगा और दोनों मानक सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स 452 अंक लुढ़क गया, जबकि एनएसई निफ्टी में 121 अंक की गिरावट आई। हाल की तेजी के बाद मुख्य रूप से बैंक शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार नुकसान में रहा। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स में पूरे कारोबार के दौरान गिरावट रही और अंत में यह 452.44 अंक यानी 0.54 प्रतिशत के नुकसान के साथ 83,606.46 अंक पर बंद हुआ।

कारोबार के दौरान एक समय यह 576.77 अंक तक लुढ़क गया था। पचास शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी 120.75 अंक यानी 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 25,517.05 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में एक्सिस बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, मारुति, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फाइनेंस, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और एचडीएफसी बैंक प्रमुख रूप से नुकसान में रहीं। दूसरी तरफ, लाभ में रहने वाले शेयरों में ट्रेंट, भारतीय स्टेट बैंक, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, टाइटन और बजाज फिनसर्व शामिल हैं। छोटी कंपनियों से जुड़ा बीएसई स्मॉलकैप सूचकांक 0.81 प्रतिशत चढ़ा, जबकि मझोली कंपनियों से संबंधित बीएसई मिडकैप में 0.67 प्रतिशत की मजबूती रही। मेहता इक्विटीज लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) प्रशांत तापसे ने कहा, ‘‘पिछले सप्ताह मजबूत वैश्विक संकेतों और घरेलू संस्थागत निवेशकों की खरीद के कारण बाजार में तेजी देखने को मिली थी।

हालांकि, मुनाफावसूली से मानक सूचकांकों में गिरावट आई।’’ उन्होंने कहा, ‘‘निवेशकों का ध्यान अमेरिका सरकार के साथ व्यापार समझौते पर होगा, क्योंकि इसकी अंतिम तिथि नजदीक आ रही है। भारत को अभी समझौते को अंतिम रूप देना बाकी है...। हालांकि, उतार-चढ़ाव बना रहेगा, लेकिन भारत की मजबूत वृद्धि संभावनाएं गिरावट पर अंकुश लगा सकती है।’’ इससे पिछले चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 2,162.11 अंक यानी 2.64 प्रतिशत और एनएसई निफ्टी 665.9 अंक यानी 2.66 प्रतिशत चढ़ा था।

जियोजीत इन्वेस्टमेंट लि. के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘पश्चिम एशिया में जोखिम कम होने और अमेरिका में व्यापार समझौते की उम्मीदों के कारण वैश्विक बाजार की धारणा सकारात्मक रही है। हालांकि, हाल की तेजी के बाद प्रमुख कंपनियों में मुनाफावसूली देखी गई।’’ नायर ने कहा, ‘‘निवेशकों की नजर अब कंपनियों के तिमाही नतीजों पर है...।’’

एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की-225 और चीन का शंघाई कम्पोजिट बढ़त में रहे जबकि हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहा। यूरोपीय बाजार दोपहर के कारोबार में नुकसान में थे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए थे। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को 1,397.02 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 67.67 डॉलर प्रति बैरल पर रहा। शुक्रवार को सेंसेक्स 303.03 अंक लाभ में रहा था जबकि निफ्टी में 88.80 अंक की तेजी रही थी।

















