World U-20 Athletics: उत्तर प्रदेश में मेरठ जिले के शाहपुर जैनपुर गाँव के किसान की बेटी ने कमाल कर दिया। रुपल चौधरी ने विश्व U20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में दो पदक जीतने वाली पहली भारतीय एथलीट बनकर इतिहास रच दिया। उन्होंने महिलाओं की 400 मीटर में कांस्य पदक के साथ 4×400 मीटर रिले रजत पदक जीता।
17 वर्षीय रुपल की कहानी कुछ अलग ही है। उसने 4x400 मीटर रिले चौकड़ी के हिस्से के रूप में एक रजत जीता था। इस साल की शुरुआत में, रुपल ने कर्नाटक की प्री-रेस में प्रिया मोहन को हराकर राष्ट्रीय अंडर -20 फेडरेशन कप एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की 400 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था।
रुपल महिलाओं की 400 मीटर में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय हैं, जब हिमा दास ने फिनलैंड में चैंपियनशिप के 2018 संस्करण में 51.46 के समय के साथ ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीता था। यह 17 वर्षीय एथलीट बेहतरीन फॉर्म में है। उन्होंने तीन दिन के अंदर 400 मीटर की चार दौड़ में हिस्सा लिया।
महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में रुपल ने 51.85 सेकेंड के समय के साथ ग्रेट ब्रिटेन की यमी मैरी जॉन (51.50) और कीनिया की दमारिस मुटुंगा (51.71) के बाद तीसरा स्थान हासिल किया। इससे पहले वह उस रिले टीम का हिस्सा थी जिसने मंगलवार को चार गुणा 400 मीटर दौड़ में रजत पदक जीता था।
भारतीय टीम ने तीन मिनट 17.76 सेकंड का समय लेकर एशियाई जूनियर रिकॉर्ड बनाया था। वह अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर रही थी। रुपल ने उसी दिन व्यक्तिगत 400 मीटर दौड़ के पहले दौर में हिस्सा लिया था और उसके बाद बुधवार को वह सेमीफाइनल और गुरुवार को फाइनल में उतरी थी। उन्होंने चैंपियनशिप में दो बार अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
पहली बार सेमीफाइनल में उन्होंने 52.27 सेकंड का समय निकाला और फिर फाइनल में इस समय में सुधार किया। रुपल विश्व अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में महिलाओं की 400 मीटर दौड़ में पदक जीतने वाली दूसरी भारतीय हैं। इससे पहले 2018 में हिमा दास ने 51.46 सेकंड का समय लेकर स्वर्ण पदक जीता था।
ओलंपिक चैंपियन भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा इस चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे। उन्होंने 2016 में पोलैंड में खेली गई प्रतियोगिता में सोने का तमगा जीता था। रूपल का कांस्य पदक भारत का चैंपियनशिप में कुल नौवां पदक है। इस चैंपियनशिप को पहले विश्व जूनियर चैंपियनशिप के नाम से जाना जाता था। भारत ने पिछली बार कीनिया के नैरोबी में खेली गई चैंपियनशिप में दो रजत और एक कांस्य पदक जीता था।