India in Asian Games 2023: भारतीय दल ने एशियाई खेलों में पदकों के लिहाज से अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया और पिछले खेलों में 70 पदक के आंकड़े को पीछे छोड़ा। भारत का पदक के लिहाज से पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जकार्ता और पालेमबांग में हुए 2018 एशियाई खेलों में था, जिसमें देश ने 16 स्वर्ण, 23 रजत और 31 कांस्य पदक सहित कुल 70 पदक जीते थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि एशियाई खेलों में भारत पहले से कहीं ज्यादा चमक रहा है। 71 पदकों के साथ, हम अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ पदक तालिका का जश्न मना रहे हैं, जो हमारे एथलीटों के अद्वितीय समर्पण, धैर्य और खेल भावना का प्रमाण है। प्रत्येक पदक कड़ी मेहनत की जीवन यात्रा को उजागर करता है। और जुनून। पूरे देश के लिए गर्व का क्षण। हमारे एथलीटों को बधाई।
हांगझोउ में भारतीय दल ने बुधवार को एशियाई खेलों में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 70 पदकों के पिछले सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन को पीछे छोड़ दिया। भारत का पिछला सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन जकार्ता और पालेमबांग में 2018 एशियाई खेलों में आया था जब देश के एथलीटों ने 16 स्वर्ण, 23 रजत और 31 कांस्य सहित 70 पदक जीते थे।
भारत के पैदल चाल खिलाड़ियों मंजू रानी और राम बाबू ने बुधवार को 35 किमी मिश्रित टीम स्पर्धा में कांस्य पदक जीता जिससे भारत ने 2018 खेलों में 70 पदक के आंकड़े की बराबरी की। ओजस देवताले और ज्योति सुरेखा वेन्नम की कंपाउंड मिश्रित तीरंदाजी टीम ने इसके बाद स्वर्ण पदक के रूप में मौजूदा खेलों में भारत का 71वां पदक जीता।
भारत के मिशन प्रमुख भूपेंद्र सिंह बाजवा ने कहा, ‘‘मुझे यह कहते हुए बहुत खुशी हो रही है कि भारत ने एशियाई खेलों में पदक तालिका में 70 का आंकड़ा पार करके अब तक के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ अपनी छाप छोड़ी है और अभी और पदक आने बाकी हैं।’’
भारत ने एशियाई खेलों में अब तक का अपना सबसे बड़ा दल भेजा है और उसका लक्ष्य इस महाद्वीपीय प्रतियोगिात में 100 पदक के आंकड़े को पार करना है। हांगझोउ एशियाई खेलों के लिए भारत ने ‘अब की बार, सौ पार’ नारा दिया है। भारत ने अभी 16 स्वर्ण, 26 रजत और 29 कांस्य पदक जीते हैं जबकि चार दिन की प्रतियोगिताएं बाकी हैं।