नई दिल्ली। राज्यसभा सासंद और भाजपा के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मुंबई के डिब्बावालों के पक्ष में आवाज उठाई है. स्वामी ने विशिष्ठ डिलिवरी प्रणाली से दुनियाभर में खास पहचान बनाने वाले डिब्बावालों पर कोविड-19 लॉकडाउन की मार को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार और भाजपा से उनकी मदद करने की अपील की है.
उन्होंने कहा कि डिब्बावालों ने मुंबई की सेवा की है और कार्यालयों में काम करने वाले लोगों को घर का बना खाना पहुंचाया है. महाराष्ट्र सरकार और भाजपा को लॉकडाउन के दौरान उन्हें भूखे मरने से बचाना चाहिए. उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि यह काम अपने में यूनिक भारतीय उद्यम है और देश के विकास में योगदान किया है.
डिब्बावाले हर दोपहर घर का बना गर्मागर्म खाना दो लाख से ज्यादा मुंबईकरों के दफ्तरों में पहुंचाने के लिए मशहूर हैं. लेकिन, लॉकडाउन के चलते लगभग 5000 डिब्बावालों का धंधा कई महीनों से चौपट है. लॉकडाउन के बाद धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर वापस लौट रही है, लेकिन डिब्बावालों की हालत बहुत खराब हो चुकी है.
ज्यादातर डिब्बेवाले पुणे के नजदीक के ग्रामीण इलाकों के हैं और अपने घरों में वापस लौट चुके हैं. लॉकडाउन के अलावा निसर्ग तूफान में भी उनका बड़ा नुकसान हुआ. जिसके बाद उनकी ओर से लगातार अलग-अलग प्लेटफॉर्म से मदद के लिए अपील की जा रही है.