मुंबई भाजपा प्रमुख मंगल प्रभात लोढ़ा ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुंबई में 1993 में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों और दंगों के साथ कथित रूप से अल्पसंख्यक बहुल क्षेत्र को जोड़ दिया।
इस बीच, 16 अक्टूबर को मुंबई में एक चुनावी रैली के दौरान 'भड़काऊ भाषण' देने के लिए चुनाव आयोग ने बीजेपी मुंबई प्रमुख मंगल प्रभात लोढ़ा को नोटिस जारी किया। ईसी ने लोढ़ा से उनके बयान पर जवाब देने और स्पष्टीकरण देने को कहा है
लोढ़ा बुधवार को मध्य मुंबई की मुंबादेवी सीट से शिवसेना उम्मीदवार पंडुरांग सकपाल के लिये प्रचार कर रहे थे। एक ऑडियो क्लिप में कथित भाषण में वह यह कहते हुए सुनाई दे रहे हैं, "1992 के दंगों में याद कीजिये जब धमाके हुए और गोलियां चलीं, वे यहां से महज पांच किलोमीटर (दूर) गलियों से चली थीं।
मुंबई में 1993 में दंगों के बाद हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में 250 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी। लोढ़ा कांग्रेस उम्मीदवार अमीन पटेल का नाम लिये बिना कथित रूप से कहते पाये गए हैं, "उनके वोटों से जीतने वाला व्यक्ति आपकी सहायता के लिए कैसे आएगा?"
मुंबादेवी में डोंगरी और नागपाड़ा जैसे इलाके शामिल हैं जिनमें अल्पसंख्यकों की आबादी काफी ज्यादा है। उन्होंने आगे कहा, "यहां पुरानी इमारतों के ढहने के बाद, निवासियों को मानखुर्द और धारावी में स्थानांतरित कर दिया गया। ऐसा लगता है जैसे इन क्षेत्रों (मानखुर्द और धारावी) को एक विशेष समुदाय को आवंटित गया। लेकिन हिंदू-मराठी भाइयों को दूर-दराज के इलाकों में शिविर में जाना पड़ता है।"
भाजपा के मंत्री लोनिकर को उनकी टिप्पणियों के लिए नोटिस मिला
महाराष्ट्र के जालना जिला निर्वाचन अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को महाराष्ट्र के मंत्री तथा भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार बबनराव लोनिकर को उनकी विवादास्पद टिप्पणियों के लिए नोटिस जारी किया। सूत्रों ने बताया कि लोनिकर ने कैमरे पर कथित रूप से यह कहा था कि उन्हें चुनाव जीतने में कोई परेशानी नहीं होगी क्योंकि उन्होंने पैसा बांटा है।
लोनिकर के इस बयान को मतदाताओं को अनैतिक तरीके से प्रभावित करने के रूप में देखा जा रहा है । हालांकि, भाजपा नेता ने कहा कि पैसे बांटने से उनका मतलब विकास के लिए धन दिये जाने से है।