अतुल कुलकर्णी
मुंबई में कोरोना का प्रसार कम होता दिखाई नहीं दे रहा है. इसलिए अनेक मरीजों को आईसोलेट और क्वारंटाइन करने लिए बड़े पैमाने पर बेड की जरूरत पड़ेगी. इसका पूर्वानुमान लगाते हुए राज्य सरकार ने महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (म्हाडा) की मालिकी के 9,996 फ्लैट और कमरे कब्जे में लेने की तैयारी पूरी कर ली है. इन जगहों पर लगभग 40,000 बेड लगाए जा सकेेंगे.
इतने बेड तैयार करने के लिए उसका ऑर्डर देने, इसके लिए सामग्री, इतने मरीजों के लिए डॉक्टरों, नर्सों और अन्य कर्मचारियों की व्यवस्था करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगा. राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड़ ने बताया कि हमारे विभाग के पास कुल 14 हजार घर तैयार हो रहे हैैं. इनमें से 10 हजार घर हम तैयार करके सरकार के कब्जे में देने जा रहे हैैं. इसके लिए हाल ही में मंत्रालय में अधिकारियों की बैठक ली थी. म्हाडा की ओर से 6,878 तथा एसआरए के 3, 118 घर गृहनिर्माण विभाग ने कोरोना के लिए देने के लिए तैयार किए हैैं.
इनमें से सबसे ज्यादा 5,000 घर भोईवाड़ा की बॉम्बे डाईंग मिल परिसर में हैैं. परेल की श्रीनिवास मिल परिसर में 728 तथा मुलुंड में एसआरए योजना के 446 घर हैैं. आव्हाड़ ने कहा कि धारावी और अन्य क्षेत्रों में कोरोना का तेजी से प्रसार हो रहा है. रोज नए-नए मरीज सामने आ रहे हैैं. इसको देखते हुए अब मुंबई पर कोरोना का संकट गहराने का भय व्यक्त किया जाने लगा है.
प्रशासन भी इसको लेकर गंभीर हो गया है. यदि क्वारंटाइन अथवा आईसोलेशन के लिए हॉस्पिटल के बेड कम पड़ेेंगे तो ऐसी स्थिति में बड़े पैमाने पर बेड तैयार करने पड़ेेंगे. इसी लिए ये घर तैयार रखे जा रहे हैैं. इसके अलावा और 5 हजार घर तैयार करने की हमारी तैयारी है. ये सभी घर कब्जे में लेने के बाद सरकार को उनकी सुरक्षा, वहां बेड तैयार करने, मरीजों की व्यवस्था करने, डॉक्टरों, नर्सों की व्यवस्था करनी पड़ेगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अब मुंबई की स्थिति आपातकाल जैसी हो गई है.