आश्चर्यजनक घटनाक्रम में सोनिया गांधी के करीबी कांग्रेस नेता टॉम वडक्कन बृहस्पतिवार को भाजपा में शामिल हो गए। वडक्कन ने पुलवामा आतंकी हमले के बाद वायु सेना के हवाई हमले पर अपनी पूर्व पार्टी के रुख को लेकर उस पर निशना साधा।
वडक्कन ने भाजपा में शामिल होने के बाद कहा, पाकिस्तान स्थित आतंकवादी शिविर पर हुए हमले पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया दुखद थी। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस के भीतर स्थितियों को लेकर आहत थे, जहां यह स्पष्ट नहीं था कि सत्ता के केंद्र में कौन है।
उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान स्थित आतंकी अड्डे पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया दुखद थी । उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सोच पर पूरा विश्वास है।
वडक्कन केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद की मौजूदगी में भाजपा में शामिल हुए। उन्होंने बाद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात की। वडक्कन ने कहा, ‘‘मैं बेहद आहत हूं, इसलिये यहां हूं।’’ उन्होंने जोर दिया कि कांग्रेस सशस्त्र बलों की ईमानदारी पर सवाल उठा रही है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में कांग्रेस की प्रतिक्रिया निराशजनक रही है।
वडक्कन ने कहा, ‘‘मैंने भारी दिल के साथ पार्टी (कांग्रेस) छोड़ी है। अगर कोई पार्टी राष्ट्रीय हितों के खिलाफ काम करती है, तब पार्टी छोड़ने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचता है।’’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व पर परोक्ष हमला करते हुए उन्होंने कहा कि वे अब इस्तेमाल करो और फेंकों की नीति अपना रहे हैं। उन्होंने कहा कि वंशवादी राजनीति कांग्रेस में चरम पर है और उन्हें प्रधानमंत्री मोदी की विकास पहल पर पूरा भरोसा है। समझा जाता है कि भाजपा लोकसभा चुनाव में वडक्कन को केरल की किसी सीट से उम्मीदवार बना सकती है।