who is chirag paswan: बिहार में एनडीए की सहयोगी के तौर पर शत प्रतिशत सीटों पर चुनाव जीतने वाली लोजपा(रा) को भी केंद्र की मोदी सरकार में शामिल किया गया है। लोजपा(रा) प्रमुख चिराग पासवान को भी नए मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है। चिराग पासवान खुद को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हनुमान कहते रहे हैं। चिराग पीएम मोदी को पिता तुल्य मानते हैं तो वहीं पीएम भी चिराग को बच्चे की तरह मानते हैं। बिहार में लोजपा(रा) के खाते में गई सभी पांच सीटों पर जीत दर्ज की है। 42 वर्षीय चिराग पहले अभिनय की दुनिया में अपना करियर बनाने निकले थे। लेकिन वहां सफलता हाथ लगते नही देख उन्होंने सियासत में कदम रखा। पिता स्व० रामविलास पासवान के पदचिह्नों पर चलते हुए उन्होंने भी बिहार की सियासत में अपनी अहम पैठ बना ली है।
चिराग 2019 से 2019 तक जमुई से सांसद रहे, वहीं 2024 में उन्होंने अपने पिता के संसदीय क्षेत्र हाजीपुर से सांसद बने हैं। चिराग पासवान तीसरे सेमेस्टर के कॉलेज (कंप्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री) में ड्रॉपआउट हैं। कॉलेज से बाहर होने के बाद, उन्होंने कंगना रनौत के साथ हिंदी फिल्म मिले ना मिले हम (2011) में अभिनय किया।
इसके बाद, पासवान ने 2014 के चुनावों में लोक जनशक्ति पार्टी के लिए जमुई की सीट से चुनाव लड़ा। उन्होंने राजद के निकटतम प्रतिद्वंद्वी सुधांशु शेखर भास्कर को 85,000 से अधिक मतों से हराकर सीट जीती। इसके बाद पासवान ने 2019 के चुनावों में अपनी सीट बरकरार रखी, कुल 528,771 वोट हासिल किए और निकटतम प्रतिद्वंद्वी भूदेव चौधरी को हराया।
पासवान चिराग का रोजगार नाम से एक एनजीओ के भी मालिक हैं, जो अपने राज्य के बेरोजगार युवाओं को रोजगार मुहैया कराने के लिए एक फाउंडेशन है। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 से पहले, चिराग पासवान ने बिहार के युवाओं का ध्यान आकर्षित करने के लिए बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट अभियान शुरू किया। बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट अभियान का उद्देश्य बिहार राज्य का पूर्ण विकास करना है।