विशाखापट्टनम: आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम के आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एल.जी पॉलिमर उद्योग में रासायनिक गैस लीकेज होने से सात लोगों की मौत हो गई है। आंध्र प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से बताया गया है कि मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी ने विशाखापट्टनम में गैस रिसाव की घटना के बारे में पूछताछ की और जिले के अधिकारियों को लोगों की जिंदगी बचाने और स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए हर संभव कदम उठाने का निर्देश दिया है। जानाकारी के मुताबिक 120 से अधीक लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। लोगों के आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही है। घटनास्थल पर एनडीआरएफ की टीमें तैनात हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
मुख्यमंत्री वाई एस जगनमोहन रेड्डी प्रभावित इलाके का करेंगे दौरा
सीएमओ की ओर से बता गया है कि वाई एस जगनमोहन रेड्डी विजाग (प्रभावित) के लिए रवाना होंगे और किंग जॉर्ज अस्पताल जाएंगे जहां पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है। मुख्यमंत्री स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं और जिला मशीनरी को तत्काल कदम उठाने और सभी सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया है।
गैस को न्यूट्रलाइज कर दिया गया है, एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू
विशाखापट्टनम शहर के CP आर.के. मीणा ने बताया, गैस को न्यूट्रलाइज कर दिया गया है। NDRFकी टीम मौके पर पहुंच गई है। अधिकतम प्रभाव लगभग 1-1.5 किमी तक था लेकिन गैस की गंध 2-2.5 किमी तक थी। 100-120 लोगों को अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया है। घटना में कुल 3 की मौत हुई है। FIR दर्ज कर लिया गया है। आर.के. मीणा के बयान के बाद ये खबर आई है कि मरने वालों का आंकड़ा पांच पहुंच गया है।
गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी ने पुलिस महानिदेशक से की बात
गृह राज्य मंत्री जी.किशन रेड्डी ने शोक जताते हुए कहा, विशाखापट्टनम एक निजी फर्म में गैस रिसाव के कारण निधन होने वाले 5 लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है। स्थिति का जायजा लेने के लिए राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से बात की है।
आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती कराए जा रहे हैं लोग
आर.आर. वेंकटपुरम गांव में एल.जी पॉलिमर उद्योग से खतरनाक जहरीली गैस के रिसाव के कारण फैक्ट्री के तीन किलोमीटर के इलाके प्रभावित हैं। फिलहाल कई गांव खाली करा लिए गए हैं। सैकड़ों लोग आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ, सिर दर्द, उल्टी के साथ अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिन लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है, उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट दिया जा रहा है।
बता दें कि हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी की स्थापना 1961 में हुई थी। लेकिन 1997 में कंपनी को साउथ कोरिया के एलजी केमिकल ने खरीद लिया था और इसे एलजी पॉलिमर नाम दिया गया था। प्लांट में प्लास्टिक बनाने का काम होता है।