Viral Video: तमिलनाडु में एक महिला पुलिसकर्मी के साथ कुछ पुरुषों द्वारा मारपीट करने का मामला सामने आया है। हैरानी की बात ये है कि एक शीर्ष पद पर तैनात महिला अधिकारी पर दिनदहाड़े बीच सड़क पर हमला हुआ। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर बुधवार सुबह से वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है घटना बीते मंगलवार की है जब तमिलनाडु में प्रदर्शन हो रहा था। गौरतलब है कि तमिलनाडु के विरुधुनगर जिले में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान एक महिला पुलिसकर्मी के बाल खींचने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। आरोपी विरुधुनगर के अरुप्पुकोट्टई इलाके में सड़क जाम करने की कोशिश करने वाले प्रदर्शनकारियों में से एक था।
घटना के एक वीडियो में एक महिला पुलिसकर्मी के बाल खींचे जाते हुए दिखाई दे रहे हैं, जब वह प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने की कोशिश कर रही थी।
रिपोर्ट के अनुसार, सोमवार को कालीकुमार नामक एक व्यक्ति की कथित तौर पर पुरानी रंजिश के चलते कुछ लोगों ने हत्या कर दी थी। मंगलवार को, उसके परिवार और दोस्तों सहित उसके गांव वालों ने एक सरकारी अस्पताल के बाहर विरोध प्रदर्शन किया, जहां कालीकुमार का शव रखा गया था। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, जब प्रदर्शनकारियों ने सड़क जाम करने की कोशिश की, तो पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) गायत्री और अन्य पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। घटना के वीडियो में एक प्रदर्शनकारी एक महिला पुलिसकर्मी का हाथ झटकता हुआ दिखाई दे रहा है। इसके बाद, डीएसपी गायत्री और अन्य पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को मौके से खदेड़ने के लिए उनके साथ हाथापाई की। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के दौरान एक अन्य व्यक्ति डीएसपी गायत्री के बाल खींचता हुआ दिखाई दे रहा है। अन्य पुलिसकर्मियों ने डीएसपी गायत्री को तुरंत प्रदर्शनकारियों से दूर ले गए। गनीमत रही कि झड़प के दौरान डीएसपी गायत्री को कोई चोट नहीं आई।
वायरल वीडियो के बाद, पुलिस ने 30 वर्षीय बालामुरुगन को हिरासत में लिया, जो डीएसपी के बाल खींचते हुए कैमरे में कैद हुआ था। इसके अलावा, विरोध प्रदर्शन के सिलसिले में चार अन्य लोगों को हिरासत में लिया गया।
घटना के जवाब में, एआईएडीएमके नेता और विपक्ष के नेता एडप्पादी के पलानीस्वामी ने डीएमके सरकार की आलोचना करते हुए कहा, "डीएमके शासन में अराजकता व्याप्त है और किसी पर भी परिणामों के डर के बिना हमला किया जा सकता है। मैं डीएमके सरकार और कठपुतली मुख्यमंत्री की कड़ी निंदा करता हूं, क्योंकि उन्होंने ऐसा माहौल बनाया है, जहां पुलिस, जिसका काम जनता की रक्षा करना है, भी असुरक्षित है। डीएसपी गायत्री पर हमले में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।"