Uttarkashi Cloudburst Video: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली में बादल फटने के बाद स्थिति भयावह हो गई है। चारों तरफ सिर्फ तबाही का मंजर है और मलबे में दबे लोगों को रेस्क्यू किए जाने का काम जारी है। इस बीच, धराली गांव का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स तबाही के बाद खुदको बचाने की जंग करता दिख रहा है।
वीडियो में शख्स कीचड़ और मलबे से खुद को बचा रहा है। बादल फटने के बाद वह फंस गया और किसी तरह से खुद को कीचड़ से निकाल रहा है। जबकि दूसरा शख्स तबाही के बीच सुरक्षित बचने के लिए बेताब भागता रहा।
इस पूरी घटना का वीडियो दूर से देख रहे चश्मदीदों ने बनाया जो जोर-जोर से चिल्ला रहे थे और शख्स को सुरक्षित निकलने के लिए हिम्मत दे रहे थें।
गौरतलब है कि धराली और सुखी टॉप क्षेत्र में दो बादल फटने से व्यापक तबाही हुई, जिसका सबसे ज़्यादा असर धराली पर पड़ा। इस क्षेत्र में भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ भी आई।
रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार दोपहर आई अचानक बाढ़ से सुंदर धराली गाँव का लगभग आधा हिस्सा तबाह हो गया।
धराली, गंगा नदी के उद्गम स्थल गंगोत्री जाने वाले रास्ते में एक प्रमुख पड़ाव है। बादल फटने से आई बाढ़ में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है और लगभग 130 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। हालांकि, मलबे से अभी तक कोई शव नहीं मिला है। भारतीय सेना ने फंसे हुए लोगों का पता लगाने और चल रहे राहत कार्यों में सहायता के लिए MI-17 और चिनूक हेलीकॉप्टर तैनात किए हैं।
भारतीय सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) के नेतृत्व में बचाव और राहत कार्य जारी हैं। उत्तराखंड सरकार के अधिकारियों के अनुसार, अब तक 130 से ज़्यादा लोगों को बचाया जा चुका है। राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र ज़िला मजिस्ट्रेट और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के लगातार संपर्क में है।
धराली के खीरगढ़ इलाके में हुए भूस्खलन के कारण बस्ती में अचानक मलबा और पानी का बहाव शुरू हो गया।
14 राजपूत राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल हर्षवर्धन, लापता सैनिकों और यूनिट के अपने बेस को हुए नुकसान जैसी चुनौतियों के बावजूद, महत्वपूर्ण बचाव कार्यों में 150 कर्मियों का नेतृत्व कर रहे हैं।
रक्षा जनसंपर्क अधिकारी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "सेना से संपर्क टूट जाने, यूनिट के बेस पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने और 11 कर्मियों के लापता होने की आशंका के बावजूद, टीम अटूट दृढ़ संकल्प के साथ काम कर रही है। अब तक 20 लोगों को बचाया जा चुका है। इस बीच, बचाव कार्यों में अतिरिक्त टुकड़ियाँ भेजी जा रही हैं।"