पटना: बिहार में जातीय गणना की रिपोर्ट को फर्जी करार देते हुए राष्ट्रीय लोक जनता दल (रालोजद) के कार्यकर्ता सड़क पर उतरे। राजधानी पटना में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा के नेतृत्व में राजभवन मार्च निकाला, जिसमें कार्यकर्ताओं का हुजूम दिखा। जेपी गोलंबर पर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रोकने की कोशिश की, लेकिन रालोजद कार्यकर्ता बैरिकेडिंग तोड़ते हुए आगे की ओर बढ़ गए। यह मार्च डाकबंगला चौराहे तक पहुंचा तो प्रशासन ने इन्हें सख्ती से रोक दिया। जिस पर उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि सरकार के इशारे पर हमें रोका गया।
उन्होंने कहा कि हमारे आंदोलन को दबाने की कोशिश हो रही है। हमारी आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है, लेकिन ये आवाज दबेगी नहीं। जब तक ये लोग यह नहीं बता रहे हैं कि बिना मुझसे पूछे कैसे डाटा लिखा? उसके बाद अगर ये कुछ नहीं बता रहे हैं तो फर्जी तरीके से ये सब कुछ जुटाया है। मेरी बात को झुठलाने के लिए राजनीति की बात ये लोग कर रहे हैं। इसलिए आज हम लोग राजभवन मार्च कर रहे हैं। इनके झूठ को हमलोग उजागर करेंगे। उसके बाद उनको सब कुछ मालूम चलेगा।
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि हम लोग शांति से मार्च करेंगे इसके बावजूद कोई लाठी चलाएगा तो खा लेंगे, लेकिन कुछ नहीं कर सकते हैं। इसके बाद प्रशासन के अनुरोध पर उपेन्द्र कुशवाहा को पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल के साथ गाडी से राजभवन ले जाया गया, जहां उन्होंने राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल से जातीय गणना की रिपोर्ट में सुधार कराने का आग्रह किया।