उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन (UPPCL) के कर्मचारियों को एक बड़ी राहत देते हुए राज्य सरकार ने कहा है कि वह घोटालों से त्रस्त दीवान हाउसिंग फाइनैंस लिमिटेड (DHFL) में निवेश किए गए उनके प्रोविडेंट फंड (पीएफ) के पैसे को वापस लौटाना सुनिश्चित करेगी।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी सरकार द्वारा शनिवार को जारी एक नोटिफिकेशन में कहा गया है, 'अगर डीएचएफल से पैसे लौटाने में कोई समस्या होती है, तो उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन समय पर भुगतान सुनिषश्चित करने के लिए लिए पैसे देगी।'
यूपी सरकार ने कहा, 'वह लौटाएगी यूपीपीसीएल कर्मचारियों के पीएफ का पैसा'
इस अधिसूचना के मुताबिक, 'अगर यूपीपीसीएल पैसे का भुगतान नहीं कर पाती है, तो राज्य सरकार निगम को आवश्यक धन ब्याज मुक्त देगी, जिससे कर्मचारियों का पीएफ समय पर लौटाया जा सके।'
इस अधिसूचना के मुताबिक, 'उत्तर प्रदेश बिजली क्षेत्र कर्मचारियों के ट्रस्ट और यूपीपीसीएल केंद्रीय भविष्य निधि ट्रस्ट द्वारा डीएचएफल में निवेश किए गए पैसे की समय पर वापसी को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे, और इस पैसे के मिलने पर नियमों के हिसाब से इसके निवेश का फैसला किया जाएगा।'
घोटालों से त्रस्त हाउसिंग फाइनैंस कंपनी डीएचएफएल में उत्तर प्रदेश विद्युत निगम के कर्मचारियों के पीएफ के कथित निवेश को लेकर अब तक कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।
उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने इस मामले की जांच के लिए यूपीपीसीएल के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर एपी मिश्रा के आवास पर भी छापेमारी कर चुकी है।
उपलब्ध दस्तावेजों के मुताबिक, डीएचएफल में यूपीपीसीएल कर्मचारियों के पीएफ के करीब 2600 करोड़ रुपये निवेश किए गए थे।