लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए घोषित 'लॉकडाउन' के दौरान दूर—दूर से पैदल अपने घर जा रहे लोगों को उसी स्थान पर किसी स्कूल, धार्मिक स्थल या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रोककर उन्हें ठहराने की व्यवस्था करने के आदेश दिए हैं। जिसके बाद आज उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने ऐलान किया है कि लॉकडाउन के बीच प्रवासी श्रमिकों को उनके संबंधित होमटाउन में ले जाने के लिए 1000 बसों की व्यवस्था की गई है। कल रात मुख्यमंत्री ने परिवहन अधिकारियों, बस ड्राइवरों और कंडक्टरों को बुलाया था ताकि सभी व्यवस्थाएं की जा सकें। पूरे देश में लॉकडाउन के ऐलान के बाद हजारों की संख्या में दिहाड़ी मजदूरों ने पलायन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से लड़ने के लिए 25 मार्च से लॉकडाउन का ऐलान किया था। आज लॉकडाउन का चौथा दिन है।
सीएम योगी ने अपील की है, 'वह जहां हैं उस वक्त वहीं बने रहे हैं। परेशान होने की जरूरत नहीं है। सरकार उनके लिए हर संभव मदद कर रही है।' प्रदेश सरकार के मुताबिक दूसरे राज्यों से आए उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए व्यवस्था करने की खातिर मुख्यमंत्री योगी रात भर जागते रहे। अधिकारी ने बताया कि परिवहन अधिकारी, ड्राइवर एवं कंडक्टर रातों-रात घरों से जगा कर बुलाए गए। उन्होंने कहा, "रातों रात ही 1000 बसों का इंतज़ाम किया गया।" दिल्ली और अन्य जगहों से बड़ी संख्या में लोग विशेषकर मजदूर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर और अलीगढ़ जैसी जगहों पर पहुंचे थे। अधिकारी ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी ने रात भर जाग कर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर, अलीगढ़, हापुड़ आदि इलाक़ों में 1000 से ज्यादा बसें लगाकर इनको गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था कराई।"
लॉकडाउ के दौरान आज दिल्ली के गाजीपुर बोर्डर पर हजारों लोगों की भीड़
यूपी पुलिस बॉर्डर पर लोगों को रोक कर शेल्टर होम भेजने का काम कर रही है। इसी बीच पुलिस द्वारा उत्तर प्रदेश के जिलों में लोगों के जाने पर रोक लगाने के बाद दिल्ली के गाजीपुर बोर्डर पर हजारों लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। तस्वीर में साफ दिख रहा है कि पुलिस किसी भी तरीके से उन लोगों को सोशल डिस्टेस्टिंग पर तो नहीं रख रही है।