पटना:उदयपुर घटना को लेकर बिहार में भी सियासी उबाल देखा जा रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष समेत तमाम पार्टियां इस विभत्स घटना का विरोध कर रही हैं।
राज्य में पक्ष और विपक्ष ने एक सुर में मांग की है कि ऐसा कृत्य करने वाले दोषियों को कठोर सजा मिलनी चाहिए। प्रदेश में जनता दल यूनाइटेड, भारतीय जनता पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और मांझी की पार्टी 'हम' ने भी उदयपुर की घटना पर अफसोसजनक जताते हुए कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
भारतीय जनता पार्टी के विधायक संजय सिंह ने कहा कि यह देश बाबा साहेब अंबेडकर के संविधान से चलेगा ना कि शरिया कानून से। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को तुरंत फांसी पर चढ़ा देना चाहिए।
विधायक संजय सिंह ने कहा कि उदयपुर की घटना जिहादियों की घटना है, जो लोग जैसा करेंगे उसको उसी की भाषा में जवाब दिया जाएगा। उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा कि अगर गर्दन कलम करने का फरमान जारी होगा तो हम लोग भी उसी रास्ते पर चलने वाले हैं।
इस बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने घटना के संबंध में ट्वीट करके कहा कि दरिंदो को तुरंत सजा मिले। उन्होंने कहा कि उदयपुर की दरिंदगी से मन व्यथित है। धार्मिक कट्टरपंथ किसी भी समुदाय को न सिर्फ अंधा बनाता है बल्कि उनके सोचने- समझने की शक्ति भी छीन लेता है और एक कट्टरपंथ दूसरे कट्टरपंथ को पोषित करता है।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दरिंदों को तुरंत सजा मिले। आइए, हम सब मिलकर बापू-बाबा साहेब के समतावादी सहिष्णु देश को फिर से बनाएं।
वहीं बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम माझी ने कहा है कि धर्म के ऐसे तथाकथित रक्षकों को स्पीडी ट्रायल चलाया जाए और उन्हें बीच चौराहे पर फांसी की सजा दी जाए ताकि धर्म की आड़ में कोई दोबारा ऐसी हरकत न कर पाए। मांझी ने दोनों हत्यारों का फोटो भी सोशल मीडिया पर पोस्टर किया है।