दिल्ली और बनारस के रूट पर चलने वाली इंडिया के सबसे तेज ट्रेन 18 के पहले ट्रायल डे पर ही उस पर पथराव किया गया है। इंडिया की पहली इंजनलेस इस ट्रेन का गुरुवार को आगरा से दिल्ली तक के रुट पर ट्रायल किया जा रहा था। तभी रास्ते में ट्रेन पर पथराव किया गया जिसके कारण ट्रेन 18 की एक खिड़की को नुकसान पहुंचा है।
आईसीएफ के पब्लिक रिलेशन ऑफिसर जीवी वेंकेटेश्वर ने बताया कि गुरुवार को ट्रेन 18 का ट्रायल आगरा से नई दिल्ली तक का किया जा रहा रहा था। उस समय ट्रेन के अंदर आईसीएफ के इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के चीफ डिजाइन इंजीनियर श्रीनिवास भी मौजूद थे। तभी ट्रेन पर बाहर की तरफ से पथराव शुरू हो गया। ट्रेन की एक तरफ की एक खिड़की को इससे नुकसान पहुंचा हैं।
इस घटना के बाद वेकेंटेश्वर ने लोगों से रेलवे संपत्ती को नुकसान ना पहुंचाने की अपील की। उन्होंने कहा कि ये सभी हरकतें रेलवे प्रॉपर्टी को नुकसान पुहंचाती हैं। उन्होंने कहा कि ट्रेन या रेलवे के किसी भी प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने से कोई फायदा नहीं क्योंकि ये उन्हीं की सुविधा के लिए है।
आपको बता दें 29 दिसंबर के दिन इस ट्रेन 18 को पीएम मोदी लॉन्च करने वाले थे। आईसीएफ चेन्नई के द्वारा बनाई गयी इस ट्रेन को बनाने में 100 करोड़ की लागत आई है। बताया जा रहा है कि ये ट्रेन 180 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेगी। इस ट्रेन में दो एक्सक्लूसिव कंपार्टमेंट्स बनाए गए हैं जिसमें 52-52 सीटें हैं। वहीं हर कोच में 78 सीटें हैं।