कोलकाता: आज केएमसी (कोलकाता नगर निगम) के लिए हो रहे चुनाव के दौरान छिटपुट हिंसा की खबरें हैं जिनमें मतदान केंद्रों के बाहर देसी बम फेंके जाने से कुछ लोग घायल हो गए हैं। इस बीच, रविवार पूर्वाह्न 11 बजे तक 18.51 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि कोलकाता के सियालदाह और खन्ना इलाकों में बम फेंके जाने की दो घटनाएं हुईं और स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस दलों को घटनास्थल पर भेजा गया।
सुबह 11 बजे तक 18.51 प्रतिशत मतदान हुआ दर्ज
निर्वाचन अधिकारी ने कहा, ‘‘पूर्वाह्न 11 बजे तक कुल 18.51 प्रतिशत मतदान हुआ। कुछ घटनाओं को छोड़कर अभी तक मतदान शांतिपूर्ण रहा है। मतदान केंद्रों के बाहर देसी बम फेंके जाने की दो घटनाएं दर्ज की गयीं।’’आयोग ने दावा किया कि घटना में केवल एक व्यक्ति घायल हुआ है जबकि पुलिस ने बताया कि तीन लोग घायल हुए हैं जिनमें से एक ने अपना पैर गंवा दिया है।
विपक्षी पार्टियों ने टीएमसी पर लगाया आरोप
बीजेपी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आरोप लगाया कि टीएमसी ने कई वार्ड में विपक्षी दलों के बूथ एजेंट को मतदान केंद्रों में प्रवेश करने से रोका। हालांकि, सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप को ‘‘निराधार’’ बताया है। माकपा कार्यकर्ताओं ने बाघा जतिन इलाके में सड़क अवरुद्ध करते हुए आरोप लगाया कि उनके चुनाव एजेंट को बूथ के अंदर नहीं जाने दिया गया।
विपक्षी और सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं में हुई झड़प
वार्ड नंबर 22 में भाजपा की मौजूदा पार्षद मीना देवी पुरोहित ने आरोप लगाया कि टीएमसी कार्यकर्ताओं ने उन पर हमला किया। हालांकि टीएमसी ने आरोप से इनकार किया है। वार्ड नंबर 45 में कांग्रेस ने टीएमसी पर फर्जी मतदाता लाने का आरोप लगाया और दोनों दलों के कार्यकर्ताओं बीच झड़प हुई। बाद में पुलिस ने स्थिति को काबू में किया।
5 बजे तक होगा मतदान
रविवार सुबह सात बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और कोविड-19 रोधी दिशा-निर्देशों के सख्ती से पालन के बीच मतदान शुरू हुआ और शाम पांच बजे तक मतदान चलेगा। चुनाव में कुल 40,48,357 मतदाता 950 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतगणना 21 दिसंबर को होगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने 4,949 मतदान केंद्रों में से 1,139 को ‘‘संवेदनशील’’ घोषित किया है।
23,000 पुलिस कर्मियों को किया गया है तैनात
कोलकाता पुलिस के लगभग 23,000 कर्मियों को शहरभर में तैनात किया गया है और शहर में महत्वपूर्ण स्थानों पर 200 से अधिक पुलिस चौकियां भी स्थापित की गई हैं। सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस लगातार तीसरी बार निकाय बोर्ड में बने रहने के लिए चुनाव लड़ रही है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) भी चुनाव मैदान में हैं।