Thane School Sexual Assault Case Live Updates: महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की घटना को लेकर बदलापुर स्टेशन जमकर बवाल है। बच्चों के गुस्साए माता-पिता और स्थानीय लोग महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर रेलवे स्टेशन पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सैकड़ों गुस्साए अभिभावकों और स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन का ध्यान अपनी मांगों की ओर आकर्षित करने के लिए ट्रेनों का रास्ता रोक दिया। विरोध प्रदर्शन के कारण सुबह करीब 8 बजे से अप और डाउन रूट पर ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
बदलापुर प्रदर्शन: 10 ट्रेन का मार्ग बदला, अंबरनाथ-कर्जत मार्ग पर रेल सेवाएं निलंबित
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में एक स्कूल में दो बच्चियों के साथ कथित यौन उत्पीड़न की घटना को लेकर बदलापुर स्टेशन पर रेल रोको प्रदर्शन की वजह से लंबी दूरी की 10 ट्रेन के मार्ग में बदलाव किया गया है। मध्य रेलवे ने यह जानकारी दी। कई महिलाओं सहित प्रदर्शनकारियों के रेल की पटरियों पर आने और यातायात अवरुद्ध करने के कारण अंबरनाथ और कर्जत स्टेशन के बीच लोकल ट्रेन सेवाएं सुबह 10:10 बजे से निलंबित कर दी गईं। पुलिस ने बताया कि विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया और प्रदर्शनकारियों ने उस स्कूल में तोड़फोड़ की, जहां पिछले सप्ताह कथित घटना हुई थी।
उन्होंने बदलापुर रेलवे स्टेशन पर भी पथराव किया। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) स्वप्निल नीला ने बताया कि सोलापुर-सीएसएमटी वंदे भारत एक्सप्रेस सहित कम से कम 10 मेल-एक्सप्रेस ट्रेन को कर्जत-पनवेल-ठाणे स्टेशन के रास्ते भेजा गया। उन्होंने कहा कि सीएसएमटी और अंबरनाथ स्टेशन के बीच लोकल ट्रेन सामान्य रूप से चल रही हैं।
जबकि बदलापुर और कर्जत के बीच सेवाएं निलंबित हैं। नीला ने बताया कि विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने मध्य रेलवे के कल्याण-कर्जत खंड पर स्थित स्टेशन पर अतिरिक्त जवान तैनात किए हैं। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा प्रबंधक, आरपीएफ के 60 जवान और 10 अधिकारी राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) कर्मियों के साथ बदलापुर स्टेशन पर स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं।
महाराष्ट्र : छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामले में स्कूल के प्रधानाचार्य समेत तीन निलंबित
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के बदलापुर स्थित एक स्कूल के प्रबंधन ने दो छात्राओं के कथित यौन शोषण के सिलसिले में प्रधानाचार्य और दो कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। वहीं, विद्यार्थियों के गुस्साए अभिभावकों ने मंगलवार को स्थानीय रेलवे स्टेशन पर विरोध-प्रदर्शन कर रेलगाड़ियों का संचालन ठप कर दिया और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
सैकड़ों की संख्या में अभिभावक और स्थानीय नागरिक सुबह करीब आठ बजे बदलापुर रेलवे स्टेशन की पटरियों पर आ गए और अपनी मांग की ओर प्रशासन का ध्यान आकर्षित करने के लिए ट्रेनों की आवाजाही ठप कर दी। पुलिस ने 17 अगस्त को बदलापुर के एक स्कूल ‘अटेंडेंट’ को तीन और चार साल की दो छात्राओं के कथित यौन उत्पीड़न को लेकर गिरफ्तार किया था।
शिकायत के अनुसार, उसने स्कूल के शौचालय में बच्चियों का यौन उत्पीड़न किया। इन छात्राओं ने अपने माता-पिता को बताया था कि कर्मचारी ने उन्हें गलत तरीके से छुआ था, जिसके बाद शिकायत दर्ज करायी गई और उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना के बाद स्कूल प्रबंधन ने सोमवार देर शाम कहा कि उन्होंने प्रधानाचार्य, एक शिक्षिका और एक महिला ‘अटेंडेंट’ को इसके लिए जिम्मेदार मानते हुए निलंबित कर दिया है। स्कूल प्रबंधन ने इस घटना पर माफी भी मांगी है। प्रबंधन ने कहा कि उसने उस फर्म को काली सूची में डाल दिया है, जिसे देखभाल व रखरखाव संबंधी कार्यों का ठेका दिया गया था।
स्कूल के अधिकारियों ने कहा कि घटना के मद्देनजर स्कूल परिसर में सतर्कता बढ़ा दी जाएगी। वहीं, एक अधिकारी ने कहा कि बदलापुर पुलिस ने अभिभावकों द्वारा पुलिस से संपर्क करने पर कार्रवाई नहीं करने के आरोप में थाना प्रभारी का तबादला कर दिया है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों का एक बड़ा समूह दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को लेकर आज सुबह स्कूल के बाहर इकट्ठा हुआ।
इसके कुछ देर बाद बैनर और तख्तियां लेकर बड़ी संख्या में महिलाओं सहित प्रदर्शनकारी स्थानीय रेलवे स्टेशन की पटरियों पर आ गए और ट्रेनों को रोक दिया। उन्होंने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर नारे लगाए। पुलिस और अन्य अधिकारियों को स्थिति को नियंत्रित करने में मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है।
प्रदर्शनकारियों को शांत करने के प्रयास जारी हैं। मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी स्वप्निल नीला ने कहा कि बदलापुर स्कूल में हुई घटना के सिलसिले में रेलवे स्टेशन पर लोगों का विरोध-प्रदर्शन जारी है। घटना के विरोध में कई संगठनों ने बदलापुर बंद का आह्वान किया है।
स्थानीय विधायक किसन कथोरे ने अधिकारियों के समक्ष यह मुद्दा उठाया और आरोपियों और समय पर कार्रवाई करने में विफल रहे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। महाराष्ट्र सरकार ने भारी विरोध के बीच बदलापुर के एक स्कूल में दो छात्राओं के यौन शोषण की जांच में कथित तौर पर कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के लिए एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सहित तीन पुलिस अधिकारियों को मंगलवार को निलंबित करने का आदेश दिया। उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “बदलापुर पुलिस थाने से जुड़े वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, सहायक उप-निरीक्षक और हेड कांस्टेबल को कर्तव्य निर्वहन में लापरवाही के लिए तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी किए गए हैं।”
राज्य सरकार ने दो छात्राओं के कथित यौन शोषण की जांच के लिए पहले ही एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित करने का आदेश दे दिया है। इससे पहले दिन में फडणवीस ने ठाणे पुलिस आयुक्त को मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक अदालत में करने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का निर्देश दिया था।
विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि पीड़ित लड़कियों के माता-पिता को शिकायत दर्ज कराने के लिये बदलापुर पुलिस थाने में 11 घंटे तक इंतजार करना पड़ा। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़नवीस ने मंगलवार को कहा कि ठाणे जिले के बदलापुर में दो स्कूली लड़कियों के साथ कथित दुर्व्यवहार की घटना की एक महिला आईपीएस अधिकारी के नेतृत्व में जांच के आदेश दिए गए हैं।
यहां पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि राज्य सरकार ने जांच के लिए महानिरीक्षक स्तर की भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी आरती सिंह को नियुक्त किया है। उन्होंने कहा, "हमारा प्रयास इस घटना की जल्द से जल्द जांच करना होगा। हम इस मामले में जल्द से जल्द आरोपपत्र दाखिल करना चाहते हैं और मामले को सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालत में ले जाना चाहते हैं।"
उपमुख्यमंत्री ने कहा, "हमारा पुलिस विभाग इस तरह के बर्बर और अमानवीय कृत्य के लिए तुरंत सजा दिलाने का पूरा प्रयास करेगा।" उन्होंने इस मुद्दे का कथित रूप से राजनीतिकरण करने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की आलोचना की।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता ने कहा, "यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विपक्ष ऐसी घटनाओं से राजनीतिक लाभ लेना चाहता है। विपक्ष में किसी भी प्रकार की सहानुभूति नहीं है। विपक्ष की राजनीति सामने आ रही है।" उन्होंने कहा कि ठाकरे को एक राजनेता की तरह व्यवहार करना चाहिए और इतना नीचे नहीं गिरना चाहिए तथा यौन शोषण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।