हैदराबाद:तेलंगाना के आदिलाबाद के विद्यार्थी जूनियर एंड डिग्री कॉलेज में एक परीक्षा के दौरान हिन्दू महिलाओं के साथ भेदभाव का मामला सामने आया है। दावा किया जा रहा है कि परीक्षा के दौरान मुस्लिम लड़कियां या महिलाओं को पूरी छूट थी और उन्हें बुर्के और हिजाब में परीक्षा में शामिल होने दिया जा रहा था।
वहीं दावा में यह भी कहा जा रहा है कि हिन्दू लड़कियां या महिलाओं को कुछ भी पहनने से मना किया जा रहा था और उनके द्वारा पहनी गई चूड़ियां,पायल और कुंडल को भी उतरवा दिया गया है।
क्या है पूरा मामला
टाइम्स नाउ की एक खबर के अनुसार, तेलंगाना के आदिलाबाद के विद्यार्थी जूनियर एंड डिग्री कॉलेज में दो दिन पहले Group-1 की परीक्षा का आयोजन हुआ है। इस दौरान दावा यह किया जा रहा है कि परीक्षा में शामिल होने से पहले हिन्दू महिलाओं द्वारा पहने गए चूड़ियां, पायल और कुंडलों को निकलवाया गया है। ऐसे में दावा यह भी किया जा रहा है कि हिन्दू महिलाओं के मंगलसूत्र को भी निकलवाया गया है तब परीक्षा में शामिल होने दिया गया है।
वहीं दूसरी और जो मुस्लिम महिलाएं थी उनकी कोई तलाशी नहीं हो रही थी और वे बुर्के और हिजाब में भी परीक्षा में प्रवेश हो रही थी। इस दावे को लेकर कई वीडियो भी सामने आए है। ऐसे में इस वीडियो और दावे को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स तरह-तरह के कमेन्ट्स भी कर रहे है।
टीआरएस ने भाजपा पर किया पलटवार
ऐसे में टीआरएस के सोशल मीडिया संयोजक और टीएसएमडीसी के अध्यक्ष ने भाजपा पर हमला बोलते हुए इन आरोपों का खंडन किया है। उन्होंने परीक्षा केन्द्र का एक वीडियो शेयर हुए यह दावा किया है कि वहां मौजूद पुलिस ने किसी के साथ भेदभाव नहीं किया है और परीक्षा में प्रवेश होने से पहले सबकी चेकिंग की गई है। उन्होंने भाजपा पर दुष्प्रचार की राजनीति कर साम्प्रदायिक शांति को भंग करने का आरोप लगाया है।
हालांकि वीडियो में पुलिस द्वारा मुस्लिम महिला की चेकिंग करते हुए देखा गया है लेकिन उसे बुर्के से साथ परीक्षा में प्रवेश करने दिया और उसे रोका नहीं गया है।
मामले में पुलिस ने क्या कहा
इस पर बोलते हुए आदिलाबाद के पुलिस अधीक्षक (एसपी) डी उदय कुमार रेड्डी ने कहा कि एमआरओ (मंडल राजस्व अधिकारी) द्वारा की गई यह गलती थी जिसे बाद में सुधार लिया गया है। ऐसे में परीक्षा केन्द्र पर पहुंचकर पुलिस ने हिन्दू महिलाओं को उनके मंगलसूत्र के साथ अंदर जाने दिया।