पटना, 4 मई। बिहार में एक बार फिर से जातिगत जनगणना को लेकर सियासत गर्मा गई है. राजद जातिगत जनगणना पर भाजपा से आर या पार के मूड में है. बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने फिर से इस मुद्दे को उठाया है और कहा है कि बिना जाति की गिनती के बिहार में कोई जनगणना नहीं होने देंगे. इसके साथ ही उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय पर भी हमला किया है.उन्होंने कहा है कि भाजपा घोर सामाजिक न्याय विरोधी पार्टी है.
तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को घेरा
भाजपा और केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने लिखित में जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया है. तेजस्वी ने इसे लेकर न सिर्फ भाजपा की आलोचना की बल्कि ट्वीट कर साफ तौर पर कहा है कि जातीय जनगणना के बिना बिहार में कोई जनगणना नहीं होने देंगे. उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि भाजपा घोर न्याय विरोधी पार्टी है. बिहार विधानसभा से जातिगत जनगणना कराने का हमारा प्रस्ताव दो बार सर्वसम्मति से पारित हो चुका है. तेजस्वी ने नित्यानंद राय पर हमला करते हुए लिखा है कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री राय ने लिखित में जातिगत जनगणना कराने से मना कर दिया है. बिना इसके बिहार में कोई जनगणना नहीं होनें देंगे.
दरअसल, नित्यानंद राय भी यादव समुदाय से आते हैं. यादव वोट बैंक को अब तक राजद का परम्परागत वोट बैंक माना जाता रहा है. भाजपा इसी वोट बैंक में सेंधमारी कर राजद को कमजोर करना चाहती है. सूत्रों का कहना है कि इसी कारण हाल के दिनों में न सिर्फ नित्यानंद राय को बिहार भाजपा में कई प्रमुख जिम्मेदारी दी गई बल्कि उनके नाम को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में उछाला जा रहा है.
बिहार में जातीय जनगणना पर सर्वदलीय बैठक के बाद होगा फैसला
भाजपा का मानना रहा है कि नित्यानंद राय के नाम पर यादव वोट बैंक को अपने पाले में किया जा सकता है. हालांकि राजद भी भाजपा की चाल से वाकिफ है. इसलिए अब तेजस्वी ने जातीय जनगणना के बहाने न सिर्फ भाजपा को घेरा है बल्कि नित्यानंद राय को कटघरे में खडा कर यादव बिरादरी में एक भिन्न सन्देश देने की कोशिश की गई है. वहीं जातीय जनगणना पर राज्य की एनडीए सरकार के घटक दल जदयू पर तेजस्वी ने फिलहाल चुप्पी साधकर राजनीति की नई चर्चा को जन्म दे दिया है. तेजस्वी एक ओर जहां भाजपा को जातीय जनगणना को लेकर निशाने पर ले रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इसी मुद्दे पर अपने ट्वीट में जदयू के खिलाफ कुछ नहीं बोला है.
उल्लेखनीय है कि बिहार में जातिगत जनगणना को लेकर काफी दिनों से विवाद चल रहा है. इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार के सभी दलों का एक संयुक्त प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री से मुलाकात कर चुका है. अन्य दलों के साथ साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बिहार में जातिगत जनगणना कराने की बात कही है. इसके लिए बिहार में दोनों ही सदनों से प्रस्ताव भी पारित हो चुका है.
लेकिन केंद्र से नकारात्मक जबाव मिलने के बाद बिहार सरकार अपने स्तर पर जातिगत जनगणना कराये जाने की मांग भी उठती रही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस बात के लिए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पत्र भी लिख चुके हैं. राजद नेता तेजस्वी यादव के पत्र लिखने के सवाल पर मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा था कि इस मुद्दे पर बिहार में सर्वदलीय बैठक करेंगे और इसके लिए भाजपा से समय मांगा है. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कहना है कि भाजपा की ओर से समय मिलने के बाद सर्वदलीय बैठकर कर के इस मसले पर अंतिम निर्णय लिया जायेगा.