नई दिल्ली: टाटा एयरोस्पेस एंड डिफेंस के तहत आने वाले टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स (टीएएसएल) ने भारतीय सेना को अपने टाटा क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल्स (क्यूआरएफवी) सौंपने की पूरी तैयारी कर ली है। कंपनी ने इसकी घोषणा एक्स पर की।
भारतीय सेना को मिलने वाले क्विक रिएक्शन फोर्स व्हीकल्स को पुणे में टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स सुविधा में डिजाइन और बनाया गया है। इसके सारे परीक्षण पूरे हो चुके हैं। टाटा क्यूआरएफवी ने चुनौतीपूर्ण इलाकों में अपनी परिचालन क्षमताओं का बेहतरीन प्रदर्शन किया है। इन वाहनों के प्रदर्शन और क्षमताओं से प्रभावित होकर, भारतीय सेना ने बड़ी मात्रा के लिए टीएएसएल के साथ एक पुन: ऑर्डर दिया है।
क्या है खासियत
टाटा क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल (क्यूआरएफवी) एक बख्तरबंद सैन्य वाहन है। इसे 4×4 सेटअप में कॉन्फ़िगर किया गया है। क्यूआरएफवी को विशेष रूप से बारूदी सुरंग-रोधी सैन्य परिवहन वाहन के रूप में काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। क्यूआरएफवी पूर्वोत्तर और नक्सली इलाकों सहित चीन-पाकिस्तान से लगती सीमा पर सुरक्षाबलों के लिए विशेष प्रतिक्रिया वाहन के रूप में उपयोगी साबित होगा। खासकर उग्रवाद का मुकाबला करने में।
टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स के अनुसार यह एक एस्कॉर्ट सुरक्षा वाहन के रूप में कार्य कर सकता है। इसकी यही खासियत विभिन्न ऑपरेशंस में इसकी उपयोगिता को और बढ़ाता है। इन वाहनों ने वैश्विक मंच पर भी पहचान हासिल की है और दुनिया भर में शांति मिशनों के दौरान सेवा में हैं।
क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल की सबसे बड़ी खासियत इसका अपनी तरह के अन्य वाहनों से काफी तेज होना है। यह असॉल्ट राइफलों की गोलियों, बमों और बारूदी सुरंगों के हमले को झेल सकता है। यानी कि बड़ी मुसीबत के दौरान भी इसके अंदर बैठे सैनिकों को कोई खतरा नहीं होगा।
इन गाड़ियों को भारतीय सेना में शामिल करने से ताकत और बढ़ गई है। ये हर तरह के संघर्ष वाले इलाकों में बेहतरीन प्रदर्शन के लिहाज से बनाए गए हैं। इन वाहनों की खरीद 'मेक इन इंडिया' और 'आत्मनिर्भर भारत' पहल के तहत हुई है। टाटा क्विक रिएक्शन फाइटिंग व्हीकल (क्यूआरएफवी) के सेना में शामिल होने से पहाड़ी और दुर्गम इलाकों में सेना की गश्त बढ़ाने में मदद मिलेगी।