कुम्बाकोनम (तमिलनाडु): 42 साल के ऑटो रिक्शा चालक के. सरवनन ने तमिलनाडु के तंजावुर जिले में कुम्बाकोनम निगम के पहले मेयर के रूप में पदभार संभाल लिया है। दिलचस्प ये रहा कि शहर के आम लोगों से खुद के जुड़ाव को दर्शाने के लिए सरवनन शुक्रवार को अपने ऑटोरिक्शा पर ही शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहुंचे थे। सरवनन इससे पहले शहर कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं।
राज्य में सत्तारूढ़ डीएमके ने कांग्रेस के साथ गठबंधन कर नगर निगम का चुनाव लड़ा था। कुम्बकोनम के 48 वार्ड में से 42 डीएमके गठबंधन के खाते में गए। कांग्रेस को तीन सीटें चुनाव लड़ने के लिए मिली थी। इसमें से उसने दो पर जीत हासिल की। डीएमके ने कुम्बाकोनम नगर निगम के मेयर का पद को कांग्रेस को देने का फैसला किया। ऐसे में कांग्रेस ने वॉर्ड 17 से चुनाव लड़ने वाले सरवनन को मेयर के पद के लिए चुना।
कुम्बाकोनम नगर निगम के पहले मेयर बने सरवनन
सरवनन कुम्बाकोनम के पहले महापौर होंगे। दरअसल कुम्बाकोनम को हाल ही में एक निगम के रूप में अपग्रेड किया गया है। वार्ड 17 के चुनाव में सरवनन को 2,100 मतों में से 964 वोट मिले। बहरहाल, कई प्रमुख कांग्रेस नेताओं ने सरवनन को ट्विटर पर बधाई दी। साथ ही साधारण पृष्ठभूमि से आने वाले एक उम्मीदवार को मेयर के लिए चुनने के लिए भी पार्टी नेतृत्व की सराहना की।
20 सालों से ऑटो चला रहे सरवनन, 10वीं तक की है पढ़ाई
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार सरवनन ने दसवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। उन्होंने बेहद कम उम्र में अपने माता-पिता दोनों को खो दिया था। इसके बाद दादा-दादी ने उनका पालन-पोषण किया। उनके दादा टी कुमारसामी ने 1976 में कुम्बाकोनम नगरपालिका के सदस्य के रूप में कार्य किया था। अपने दादा से प्रेरित होकर सरवनन 2002 में कांग्रेस में शामिल हो गए और जल्द ही उन्हें वार्ड नेता के पद पर और बाद में नगरपालिका में पार्टी के उपाध्यक्ष के रूप में नामित किया गया।
सरवनन अपनी पत्नी देवी और तीन बच्चों के साथ थुक्कमपलयम में एक किराए के मकान में रहते हैं और करीब 20 साल से ऑटो रिक्शा चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह कुम्बाकोनम की हर गली-नुक्कड़ को जानते हैं जिससे उन्हें शहर के सभी 48 वार्डों के लोगों से संपर्क साधने में भी मदद मिली। उन्होंने सात साल पहले खुद का एक ऑटोरिक्शा खरीदा था और आजीविका के लिए इसी पर निर्भर हैं।