उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले सूबे की सियासी फिजा में तंज का तीखा दौर पूरे शबाब पर है। यूपी कांग्रेस की प्रभारी और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी इसी मौहाल में आज व्यंग्य बाण की शिकार हो गई।
दरअसल आज सुबह ही प्रियंका गांधी ने जब सूबे के पहले चरण के चुनाव में महज 20 दिन बचे हैं, एक नया शगूफा छोड़कर विपक्षी दलों को पसीना ला दिया। प्रियंका गांधी ने दिल्ली में मुख्यमंत्री के चेहरे पर हुए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा, "क्या आपको कोई और चेहरा नजर आ रहा है?"।
चुनावी माहौल में प्रियंका गांधी का दिया यह बयान विपक्षी दलों और खासकर भाजपा के रास नहीं आया और उनके इसी बयान को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार में मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सिद्दार्थ नाथ सिंह ने कहा, "'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' वाली प्रियंका वाड्रा खुद ही अपने परिवार से घिरी हैं और लड़ नहीं पा रहीं, वो हमें क्या घेरेंगी"।
दरअसल प्रियंका गांधी ने बीते एक साल से उच्चर प्रदेश में जो सक्रियता दिखाई है, उससे यूपी में भाजपा ही नहीं बल्कि सपा और बसपा भी खासे परेशान हैं। उत्तर प्रदेश में सरकार बनने पर 20 लाख सरकारी नौकरी की बात करके प्रियंका गांधी ने विरोधी दलों की नींद उड़ा दी है।
इससे पहले भी सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रियंका गांधी पर हमला करते हुए कहा था कि प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने और महिला सशक्तिकरण की बात करने से पहले प्रधानमंत्री मोदी से कुछ सिखना चाहिए।
यूपी सरकार के मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा था कि प्रधानमंत्री ने यूपी में महिलाओं को आवास, शौचालय, उज्ज्वला योजना देकर सशक्त किया है। वहीं प्रियंका गांधी केवल बात करती हैं, काम नहीं करती हैं। चुनाव के समय कांग्रेस केवल नारे देना जानती है, मगर हकीकत में कुछ नहीं करती है।