पूर्व विदेश मंत्री और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की दिग्गज नेता सुषमा स्वराज के निधन पर हामिद अंसारी ने गहरा शोक जताया है। हामिद अंसारी वही शख्स हैं, जिनको छह सालों के बाद पाकिस्तान की जेल से रिहाई में सुषमा स्वराज ने मदद की थी। सुषमा की पहल पर हामिद अंसारी 18 दिसंबर 2018 को स्वदेश लौटे थे। उस वक्त सुषमा स्वराज नरेन्द्र मोदी की सरकार में विदेश मंत्री थीं। हामिद अंसारी ने कहा, ''सुषमा स्वराज का निधन मेरे लिए बड़ी क्षति है। वो मेरी मां की तरह थी। पाकिस्तान की जेल से आने के बाद उन्होंने मुझे जिंदगी में क्या करना इसके लिए कई बार सुझाव दिये थे। अंसारी ने कहा वो मेरे दिल में हमेशा जिंदा रहेंगी।'' सुषमा स्वराज का 67 साल की उम्र में 6 अगस्त की रात को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हुआ। आज दोपहर 3 बजे उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
क्या है हामिद अंसारी की कहानी
मुंबई निवासी अंसारी कथित तौर पर ऑनलाइन दोस्त बनी लड़की से मिलने के लिए 2012 में अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान चला गया था। बिना वीजा के पाकिस्तान में घुसने की सजा में हामिद को पाकिस्तान में गिरफ्तार कर लिया जाता है। एक पश्तून लड़की से ऑनलाइन चैटिंग के बाद उससे मिलने के लिए हामिद पाकिस्तान गए थे। लेकिन पाक एजेंसियों ने उन्हें जासूस होने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया था। सजा पूरी करने के 3 साल बाद भी उन्हें पाकिस्तान की जेल से रिहाई नहीं मिली थी। सुषमा की पहल पर हामिद अंसारी 18 दिसंबर 2018 को स्वदेश लौटे थे।
भारत लौटने के बाद अंसारी अपने माता-पिता के साथ विदेश मंत्रालय के दफ्तर में सुषमा स्वराज से मिलने गये थे। जहां अंसारी की मां ने सुषमा स्वराज को 'मेरी मैडम महान' कहा था। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। अंसारी की मां ने कहा था- "मेरा भारत महान, मेरी मैडम महान।" इसका श्रेय सुषमा स्वराज को देते हुए उन्होंने कहा था कि सब मैडम ने ही किया है।
जब हामिद उनसे मिलने गया था तो रोने लगा था। जिसको देखते हुये सुषमा ने कहा था- नहीं बच्चे कोई बात नहीं। अब सब ठीक है।
हामिद अंसारी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। 18 दिसंबर 2018 की शाम को पाकिस्तान जेल में छह साल की सजा काटकर हामिद भारत लौटे थे। यह मूल रूप से मुंबई के निवासी हैं। साल 2012 में उन्हें अफगानिस्तान के जरिए अवैध रूप से पाकिस्तान में घुसने को लेकर गिरफ्तार किया गया था।