जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की पूर्व छात्र नेता शेहला राशिद ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के हालत पर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा 'अगर मैं सुबह उठकर सबसे पहले अपनी मां से बात नहीं कर सकती तो यह ईद कैसे हो सकती है?।
बता दें कि शेहला लगातार केंद सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के फैसले का विरोध कर रही हैं। इससे पहले रविवार को शेहला ने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा था कि उन्होंने सात दिन बाद अपनी मां से बात की।
उन्होंने लिखा था 'मेरी माँ ने आज दर्जनों कठिनाइयों का सामना करते हुए डीसी ऑफिस से मुझे कॉल किया। वह फोन पर रो रही थी और पूछ रही थी कि मैं कहां हूं, अगर मुझे गिरफ्तार किया गया है, तो क्या मैं ठीक हूं। 7 दिन बाद उससे बात की। मुझे उम्मीद है कि ईद पर परिवारों को अलग करने के लिए बीजेपी को भुगतना होगा।'
बता दें कि आर्टिकल 370 के विरोध में शेहला राशिद बुधवार (7 अगस्त) को दिल्ली के मंडी हाउस से लेकर जंतर-मंतर तक विरोध मार्च किया था। इसके साथ ही शेहला राशिद ने जम्मू-कश्मीर में कम्यूनिकेशन शुरू करने की मांग भी की है। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में जितने भी कम्यूनिकेशन चैनल बंद हैं। उन्हें जल्द से जल्द शुरू किया जाए। इससे लोगों को बहुत सारे मुश्किलों से गुजरना पड़ रहा है।
राशिद ने कहा था कि जितने ही कश्मीरी नेताओं को अरेस्ट किया है, उनको जल्द से जल्द ही रिहा किया जाए। शेहला राशिद ने कहा कि कारगिल में गुरुवार को ज्वॉइंट एक्शन कमेटी की प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई थी। उन्होंने आज विरोध प्रदर्शन बुलाया था। लेकिन सरकार ने कारगिल में भी कर्फ्यू लगा दिया और इंटरनेट बंद कर दिया। कश्मीर में फिलहाल धारा 144 लागू है। कई बड़े नेताओं को नजरबंद किया गया है। हालात को देखते हुये राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी कश्मीर गये हैं।