नई दिल्ली: प्राण प्रतिष्ठा समारोह के मद्देनजर दिल्ली के उप-राज्यपाल वीके सक्सेना ने दिल्ली के सभी कार्यालय, शहरी स्थानीय निकायों (यूएलबी), स्वायत्त निकायों, उपक्रमों और बोर्ड में आधे दिन के अवकाश का ऐलान किया। प्रभु राम के प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन 22 जनवरी को होगा।
दिल्ली सरकार द्वारा जारी एक ज्ञापन में शनिवार को सभी सार्वजनिक कार्यालयों को आधे दिन बंद रखने का आधिकारिक आदेश अधिसूचित किया गया। यह निर्देश इन संस्थानों के कर्मचारियों को उनकी इच्छानुसार समारोहों और उत्सवों में भाग लेने में सक्षम बनाने के लिए जारी किया गया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से उप-राज्यपाल को 22 जनवरी के लिए अवकाश का प्रस्ताव दिया था। वहीं, 22 जनवरी को देश भर में मनाए जाने वाले उत्सव को देखते हुए एलजी ने इस पर अपनी सहमति दे दी।
दिल्ली के सार्वजनिक कार्यालयों में छुट्टियों के लिए उप-राज्यपाल सक्सेना की मंजूरी भी तब आई है जब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि वह सोमवार को अयोध्या में राम लला के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह में शामिल नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के अयोध्या में स्थित मंदिर में 22 जनवरी को अभिषेक समारोह के बाद अपने परिवार के सदस्यों के साथ भगवान राम के दर्शन करेंगे।
सरकारी कार्यालयों में आधे दिन के लिए दिल्ली प्रशासन के आह्वान में मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और गोवा सरकारों के निर्देश भी शामिल हैं। विशेष रूप से इनमें से अधिकांश भाजपा शासित राज्यों ने 22 जनवरी को पूरे दिन की राजकीय छुट्टी का प्रावधान किया है।
केंद्र ने इस इवेंट के लिए अपने सभी कार्यालयों और पीएसयू बैंकों के लिए आधे दिन की घोषणा भी की है। वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी कर कहा कि सभी केंद्रीय सरकारी कार्यालय, संस्थान और औद्योगिक प्रतिष्ठान 22 जनवरी को दोपहर 2:30 बजे तक बंद रहेंगे। आधिकारिक पत्र में कहा गया है कि काम के घंटे उस दिन दोपहर 2:30 बजे फिर से शुरू होंगे।