जयपुर, 27 मईः विवादित बयानों के लिए चर्चित बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहुजा ने अपने ज्ञान की टोकरी से एक और शिगूफा छोड़ा है। ज्ञानदेव आहूजा के मुताबिक, 'इस धरती के प्रथम आदिवासी नेता हनुमान हुए हैं। सबसे ज्यादा मंदिर भी हनुमान जी के हैं। हमें उनका असम्मान नहीं करना चाहिए।' ज्ञानदेव आहुजा ने यह टिप्पणी पिछले दिनों आए उन वीडियो पर की है जिसमें एससी/एसटी आंदोलन के दौरान कथित रूप से हनुमान जी का अपमान दिख रहा है।
शुक्रवार को पत्रकारों सेस बात करते हुए आहुजा ने कहा कि उन्होंने बीजेपी सांसद किरोड़ीलाल मीणा से बात की और कहा कि आपको शर्मा आनी चाहिए। आप खुद को आदिवासी कहते हैं और पहले आदिवासी नेता हनुमान जी का सम्मान नहीं करते हैं। उन्होंने कहा, हनुमान आदिवासियों के बीच पहले भगवान माने जाते हैं। मुझे नहीं पता कि हनुमान की तस्वीर का अपमान क्यों किया गया, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।’
ज्ञानदेव आहुजा का विवादित बयानों से गहरा रिश्ता है। इससे पहले वो नरेंद्र मोदी को भगवान विष्णु का अवतार बता चुके हैं। उनका मानना है कि मोदी एक दिव्य शक्ति की तरह है और बीजेपी को उनसे लाभ हो रहा है।
इससे पहले जेएनयू के बारे में एक अटपटा बयान देकर वो काफी चर्चित हुए थे। फरवरी 2016 में उन्होंने कहा था कि जेएनयू कैंपस में हर दिन 3 हजार कॉन्डम और 2 हजार शराब की बोतलें पाई जाती हैं।
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