नई दिल्ली, 20 जुलाईः शुक्रवार को लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस हुई। इस दौरान अलग-अलग पार्टी के सांसदों ने अपने विचार रखे। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर सीधा हमला किया। उन्होंने बीजेपी पर नफरत की राजनीति करने का आरोप लगाया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के पास जाकर 'जादू की झप्पी' भी दी। सभी सदस्यों के बोलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहस के आखिर में अलग-अलग मुद्दों पर सवालों के जवाब दिए। उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव को विपक्ष का फ्लोर टेस्ट बताया। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत एक शेर से की।
ना मांझी ना रहबर ना हक में हवाएंहै कश्ती भी जर्जर ये कैसा सफर है
पढ़ें, संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर राहुल गांधी के वार और नरेंद्र मोदी के पलटवार...
राहुल गांधी का वारः- प्रधानमंत्री फ्रांस गए और राफेल का दाम 1600 करोड़ रुपए हो गया, जबकि यूपीए सरकार ने डील तय की थी जिसका दाम 520 करोड़ रुपए था। रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि फ्रांस सरकार से गुप्त करार की वजह से हम राफेल सौदे की जानकारी सार्वजनिक नहीं कर सकते। लेकिन मैंने खुद फ्रांस के राष्ट्रपति से बात की। उन्होंने साफ कहा कि भारत और फ्रांस के बीच ऐसा कोई करार नहीं हुआ है।
नरेंद्र मोदी का पलटवारः- मैं कल्पना नहीं कर सकता कि सच को इस तरह कुचला जाता है। मुझे दुख है कि सदन में भाषण देने पर दोनों देशों को सफाई देनी पड़ी। जो लोग इतने साल सत्ता में रहे वो इतना बचकाना बयान देते हैं। जनता सब जानती है। ये समझौता दो देशों के बीच हुआ है और पूरी जिम्मेदारी के साथ हुआ है। मेरी प्रार्थना है कि इतने संवेदनशील मुद्दे पर इतने बचकाना बयानों से बचा जाए। नामदार के आगे मैं प्रार्थना ही कर सकता हूं कि देश के सेनाध्यक्ष के लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग किया गया।
राहुल गांधी का वारः- मैंने देश के सामने प्रधानमंत्री मोदी की सच्चाई बोल दी है। वो मेरी आंख में आंख में डाल के नहीं देख सकते। चौकीदार नहीं है बाजीदार है। प्रधानमंत्री मेरे भाषण से मुस्कुरा भले रहे हैं लेकिन उनके अंदर की बेचैनी साफ तौर पर देखी जा सकती है।
नरेंद्र मोदी का पलटवारः- हम कौन होते हैं आपकी आंख में आंख डालने वाले। आप नामदार हैं। हम कामदार हैं। इतिहास में जिसने आपकी आंख में आंख डालने की कोशिश की, उनके साथ क्या किया गया? इसमें सुभाष चंद्र बोस, बल्लभ भाई पटेल, प्रणब मुखर्जी... जैसे लोगों की लंबी सूची है। हम तो कामदार हैं, भला हम नामदार से आंख में आंख कैसे मिला सकते हैं। आंखों की बात करने वालों की आँखों की हरकतों को आज टीवी पर पूरा देश देख रहा है।
राहुल गांधी का वारः- प्रधानमंत्री मोदी ने चीन के राष्ट्रपति के साथ झूला झूला था लेकिन वापस जाने पर चीन की सेना डोकलाम में डेरा डाल दी गई। हमारे सैनिकों ने शक्ति दिखाई और चीन के सामने खड़े हुए। लेकिन उसके कुछ दिनों बाद प्रधानमंत्री चीन जाते हैं बिना एजेंडा के। ये बिना एजेंडा नहीं था। ये चीन का एजेंडा था। अब सैनिकों को प्रधानमंत्री ने धोखा दिया।
नरेंद्र मोदी का पलटवारः- मेरा मानना है कि जिस विषय पर जानकारी नहीं है उस नहीं बोलना चाहिए। जब सारा देश सारा तंत्र, सारी सरकार एकजुट होकर डोकलाम को लेकर प्रगतिशील थी ये चीन के राजपूत के साथ बैठते थे। और बाद में कभी नां-तो कभी हां। बिल्कुल फिल्मी अंदाज में।
राहुल गांधी का वारः- सरकार ने उद्योगपतियों का कर्ज माफ किया लेकिन किसानों का नहीं। वित्त मंत्री कहते हैं ये संभव नहीं है। पूरी दुनिया में पेट्रोल के दाम नीचे गिर रहे हैं हिंदुस्तान में ऊपर जा रहे हैं।
नरेंद्र मोदी का पलटवारः- कालाधन पर एसआईटी, बेनामी संपत्ति कानून, खरीद के समय में एमएसपी 150 प्रतिशत लटकाने का काम यूपीए सरकार ने किया था। ये आठ साल तक एमएसपी की सिर्फ बातें करते रहे और किसानों को झूठा भरोसा देते रहे।
पीएम मोदी के भाषण की अन्य प्रमुख बातेंः-
- हम 2014 में आए थे तब कई लोगों ने कहा था कि इकोनॉमी पर व्हाइट पेपर लाया जाए। लेकिन जब हम बैठे और शुरू सब जानकारियाँ आने लगीं तो हम चौंक गये कि अर्थव्यवस्था की क्या स्थिति कर गए। पीएम मोदी ने कहा कि 50 हजार से ज्याद एनपीए अकाउंट की जांच की गयी है। पीएम मोदी ने कहा कि सरकार ने एनपीए पर लगाम लगाने के लिए कई कदम उठाए हैं जिनका लाभ देश को आने वाले सालों में मिलेगा।
- 18 साल पहले अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने उत्तराखंड, झारखंड और छत्तीसगढ़ का गठन किया। तीनों राज्य बहुत तेजी से प्रगति कर रहे हैं। लेकिन राजनीतिक लाभ पाने के लिए आपने आंध्र के लोगों को विश्वास में लिए बिना जोर और जुल्म के बीच आंध्र और तेलंगाना का विभाजन किया। उस समय मैंने कहा था तेलुगू हमारी मां है। इसकी स्पिरिट को बचाना चाहिए।
- नरेंद्र मोदी ने कहा कि अगर 2019 में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनती है तो मैं प्रधानमंत्री बनूंगा लेकिन दूसरे लोगों में बहुत कन्फ्यूजन है। पीएम मोदी ने कहा कि ये सरकार का फ्लोर टेस्ट नहीं है। ये कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टी का टेस्ट है। इस प्रस्ताव के बहाने विपक्ष ने अपने कुनबे को जमाने की कोशिश की है। एक मोदी को हटाने के लिए लोगों को इकट्ठा करने का प्रयास हो रहा है।
- हमने 18 हजार गांव तक बिजली पहुंचाई। 36 करोड़ जनधन खाते खोलने का काम हमने किया है। माताओं बहनों के सम्मान के लिए 8 करोड़ शौचालय बनाने का काम हमने किया है। उज्जवला योजना से साढ़े चार गरीब माताओं बहनों को गैस कनेक्शन मिला है। हम किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने की दिशा में कदम उठा रहे हैं।
- देश और दुनिया को विश्वास है लेकिन जो खुद पर विश्वास नहीं करते वो हम पर क्या करेंगे। इसके बाद उन्होंने एक श्लोक सुनाया, 'धारा नैव पतंति चातक मुखे मेघस्य किंतु क्षणम।'
जब राहुल गांधी भाषण दे रहे थे तो अधिकांश समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हंसते दिखाई दिए। राहुल गांधी ने कहा अब पीएम मोदी मुझसे आंख नहीं मिला पाएंगे तो पीएम मोदी ठहाके लगाने लगे। वहीं प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के दौरान राहुल गांधी शांत दिखाए।
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