लाइव न्यूज़ :

Punjab Election 2022: गुरमीत राम रहीम के फरलो पर शुरू हुई सियासत, एसजीपीसी ने जताया कड़ा विरोध

By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 07, 2022 9:38 PM

एसजीपीसी के अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब के सिख इस बात को नहीं भूल सकते हैं कि हरियाणा की भाजपा सरकार राजनीति स्वार्थ के कारण उस राम रहीम को जेल से बाहर कर रही है, जिसने सिखों की धार्मिक भावनाओं का कत्ल किया है। 

Open in App
ठळक मुद्देहरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि चुनाव के लिए भाजपा ने यह गंदा खेल खेला हैराम रहीम के जेल से बाहर आने पर पूरे पंजाब का माहौल खराब होगाखट्टर सरकार तुरंत फरलो कैंसिल करे और राम रहिम को वापस जेल भेजे

अमृतसर:पंजाब विधानसभा चुनाव में चल रही सियासत उस समय गरम हो उठी जब रोहतक की सुनारिया जेल से सजायाफ्ता डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने 21 दिन की फरलो पर अपने कदम बाहर निकाले। हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर की सरकार ने गुरमीत राम रहीम को यह फरलो दी है, जिसके बाद वो बाहर आ सके हैं।

इधर राम रहिम जेल की सलाखों से आजाद हवा में सांस लेने के लिए कोठरी से बाहर आ रहे थे उधर दूसरी तरफ इस मामले में सियासत भी शुरू हो गये। पंजाब चुनाव के बीच हरियाणा के इस विवादित धर्म गुरु को फरलो मिलने पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने राजनीति साजिश करार दिया है।

गुरु गोविंद सिंह की बेअदबी के मामले में बदनाम राम रहिम के बाहर आने पर धामी ने कहा कि हरियाणा सरकार का यह फैसला पंजाब के खतरनाक साबित होगा। उन्होंने कहा कि आखिर हरियाणा सरकार ऐसे आदमी को फरलो कैसे दे सकती है, जो बलात्कार और हत्या जैसे मामले में दोषी है और सजा काट रहा है। 

एसजीपीसी के अध्यक्ष ने कहा कि सिख इस बात को नहीं भूले हैं कि इस आदमी ने साल 2015 में बरगाड़ी में पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब जी का अपमान किया था। दुख हो रहा है कि हरियाणा की भाजपा सरकार राजनीति स्वार्थ के कारण ऐसे सजायाफ्ता आदमी को जेल से बाहर कर रही है जिसने सिखों की धार्मिक भावनाओं का कत्ल किया है। 

राम रहिम के फरलो को सीधे पंजाब के चुनाव से जोड़ते हुए हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि चुनाव के लिए भाजपा ने यह गंदा खेल खेला है। वो केवल अपने राजनीतिक लाभ को देख रहे हैं, उन्हें इससे कोई मलतब नहीं है कि इस आदमी के बाहर आने से पूरे पंजाब का माहौल खराब होगा। 

एसजीपीसी अध्यक्ष ने कड़े शब्दों में इस फरलो देने के फैसले की निंदा करते हुए कहा कि मोदी सरकार और खट्टर सरकार को तुरंत इसे कैंसिल करके राम रहिम को वापस जेल भेजना चाहिए। 21 दिन तक गुरमीत भले ही जेल से बाहर रहे लेकिन भाजपा यह बात अच्छे से समझ ले कि हर सिख इस फैसले का विरोध कर रहा है और उन्हें इसका चुनावी फायदा हरगिज नहीं उठाने दिया जाएगा। 

टॅग्स :विधानसभा चुनाव 2022पंजाब विधानसभा चुनावगुरमीत राम रहीमBJPमनोहर लाल खट्टरManohar Lal Khattar
Open in App

संबंधित खबरें

भारतपहले इंदिरा गांधी को कहा था "मदर ऑफ इंडिया", अब केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने दी सफाई

भारतहैदराबाद: पुलिस ने आरजीआई हवाई अड्डे पर भाजपा के फायरब्रांड नेता टी राजा सिंह को हिरासत में लिया

भारतUP Politics News: दलित और पिछड़े समाज का भ्रम दूर करेंगे कौशल किशोर, 30 जून को मोहनलालगंज में करेंगे सम्मेलन

भारतHaryana Assembly Election: सुनीता केजरीवाल 'आप' को मजबूत करेंगी, 90 सीट पर आप-कांग्रेस-बीजेपी में टक्कर

भारतUP bypolls: 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए कड़ी टक्कर होगी, विधायक बने सांसद, अब सपा-भाजपा में फिर होगी टक्कर

भारत अधिक खबरें

भारतWeather Update Today: दिल्लीवालों को लू से अभी नहीं मिलेगी राहत; मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, हीटवेव का प्रकोप बरकरार

भारतबड़ा सवाल : कौन है नीट का नटवरलाल ?

भारतNCERT ने कक्षा 12 की राजनीति विज्ञान की पाठ्यपुस्तक में संशोधन किया, अयोध्या और गोधरा दंगों के संदर्भ को हटाया

भारतMumbai North West EVM Row: चुनाव अधिकारी ने ईवीएम को अनलॉक करने के लिए मोबाइल फोन के इस्तेमाल के दावे से किया इनकार

भारतलोकसभा चुनाव के बाद अब राज्यसभा चुनाव में एनडीए देगी लालू यादव को पटखनी, मीसा भारती की सीट पर जमाएगी कब्जा