Puja Khedkar UPSC: संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने शुक्रवार को आईएएस परिवीक्षाधीन पूजा खेडकर पर बड़ी कार्रवाई की है। यूपीएससी ने एफआईआर दर्ज करके आपराधिक मुकदमा शुरू किया है। सिविल सेवा परीक्षा-2022 की उसकी उम्मीदवारी को रद्द करने/भविष्य की परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने के लिए कारण बताओ नोटिस (एससीएन) जारी किया है। जांच से यह पता चला है कि उसने धोखाधड़ी करके परीक्षा नियमों के तहत अनुमेय सीमा से अधिक प्रयासों का लाभ उठाया। जून 2024 में अपने परिवीक्षाधीन प्रशिक्षण के हिस्से के रूप में पुणे कलेक्टरेट में शामिल हुईं 32 वर्षीय खेडकर पर यूपीएसई सिविल सेवा परीक्षा पास करने के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) और बेंचमार्क विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूबीडी) कोटा का दुरुपयोग करने का भी आरोप है।
संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने शुक्रवार को परिवीक्षाधीन आईएएस अधिकारी पूजा खेडकर के खिलाफ कई कार्रवाई शुरू की, जिनमें फर्जी पहचान पत्र के जरिए सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के आरोप में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना शामिल है।
आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा-2022 के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द करने और भविष्य की परीक्षाओं में शामिल होने से रोकने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) 2023 बैच की अधिकारी खेडकर पर हाल में पुणे में अपने प्रशिक्षण के दौरान विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने और सिविल सेवा में चयन के लिए फर्जी प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल करने का आरोप लगा था। आयोग ने एक आधिकारिक बयान में कहा, ‘‘यूपीएससी ने सिविल सेवा परीक्षा-2022 के लिए चयनित उम्मीदवार पूजा मनोरमा दिलीप खेडकर के संबंध में विस्तृत और गहन जांच की है।’’
इसमें कहा गया है कि जांच से पता चला है कि खेडकर ने अपना नाम, अपने माता-पिता का नाम, अपनी तस्वीर/हस्ताक्षर, अपनी ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और पता बदलकर पहचान छिपाई और परीक्षा नियमों के तहत अनुमेय सीमा से अधिक प्रयासों का लाभ उठाया। बयान के मुताबिक, यूपीएससी ने खेडकर के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराके आपराधिक मुकदमा चलाने सहित कार्रवाई शुरू की हैं।
इस सप्ताह की शुरुआत में, लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी (एलबीएसएनएए) ने उनके "जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम" को रोक दिया और उन्हें वाशिम से अकादमी में वापस बुला लिया, जहां वह पुणे से स्थानांतरित होने के बाद अपना प्रशिक्षण जारी रख रही थीं। पूजा खेडकर आईएएस परीक्षा के समय दिए गए दिव्यांगता और ओबीसी प्रमाण पत्र को लेकर सवालों के घेरे में हैं।
पुणे कलेक्टर कार्यालय में तैनाती के दौरान किए गए आचरण को लेकर भी उनके खिलाफ जांच की जा रही है। विवाद के बीच सरकार ने मंगलवार को खेडकर के जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को स्थगित कर दिया और उन्हें 23 जुलाई तक लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को बताया कि पुणे की भ्रष्टाचार रोधी इकाई को शिकायत मिली है जिसमें पूर्व सरकारी कर्मचारी और पूजा के पिता दिलीप खेडकर के खिलाफ कथित आय से अधिक संपत्ति के मामले में खुली जांच करने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने बताया कि एसीबी की नासिक इकाई पहले ही उनके खिलाफ कथित आय से अधिक संपत्ति मामले की जांच कर रही है।
इसलिए पुणे की भ्रष्टाचार रोधी इकाई ने मुख्यालय से नयी शिकायत को भी पूर्व की शिकायत से जोड़ने या नये सिरे से जांच को लेकर व्यवस्था मांगी है। पुणे जिले की पुलिस ने बृहस्पतिवार को यहां की स्थानीय अदालत को बताया कि भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की प्रशिक्षु अधिकारी पूजा खेडकर की मां मनोरमा खेडकर के खिलाफ भूमि विवाद मामले में दर्ज प्राथमिक में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा-307 (हत्या की कोशिश) जोड़ी गई है। पुलिस ने इसी के साथ अदालत से मनोरमा की पांच दिन की हिरासत भी देने का अनुरोध किया।