नई दिल्ली: संसद की कार्रवाई बाधित करने के लिए निलंबित किए गए विपक्ष के 27 सांसद इस समय संसद भवन परिसर में ही धरना दे रहे हैं। सांसदों की मांग है कि उनका निलंबन वापस लिया जाए। निलंबित किए गए 27 विपक्षी सांसदों में 24 राज्यसभा के हैं और 4 लोकसभा के। संसद भवन में गांधी प्रतिमा के पास धरने पर बैठे सांसदों ने दिन तो काट लिया लेकिन रात में माननीयों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। खुले में धरना दे रहे सांसदों को मच्छरों से काफी परेशानी हुई। धरना दे रहे सांसदों को मच्छरदानी लगाकर सोना पड़ा। धरना दे रहे सांसदों में आप सांसद संजय सिंह, टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, सुष्मिता देव और मौसम बेनजीर नूर मच्छरदानी में दिखे। मच्छरों के प्रकोप से बचने के लिए कुछ सांसद क्वायल जला कर भी सोते दिखे। कांग्रेस सांसद मनिकम टैगोर ने एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें वह मच्छरों के हमले से परेशान नजर आए।
मनिकम टैगोर ने वीडियो ट्वीट करने के साथ सरकाक पर भी निशाना साधा। मनिकम टैगोर ने लिखा, "संसद में मच्छर हैं, लेकिन विपक्षी सांसद डरते नहीं हैं। मनसुख मंडविया जी कृपया संसद में भारतीयों का खून बचाएं। अदानी तो बाहर खून चूस ही रहे हैं।"
निलंबन वापस लेने के लिए धरना दे रहे आप सांसद संजय सिंह भी सरकार को घेरने से नहीं चूके। संजय सिंह ने कहा, " निलंबन के बाद संसद में धरने की ये दूसरी रात है। आज धर्मपत्नी ने यह मच्छरदानी भेज दिया है। इससे बहुत राहत है। लेकिन गुजरात के उन 75 परिवारों का क्या जिनके घरों से अर्थियां उठ गईं। कइयों के छोटे-छोटे बच्चे अनाथ हो गए, कइयों के घर में वो अकेले कमाने वाले थे। कई लोगों की शिकायत के बावजूद जहरीली शराब पूरे गुजरात में कैसे बनाई जा रही है? गुजरात में तो पूर्ण शराबबंदी है।"
धरना दे रहीं तृणमूल कांग्रेस की सांसद डोला सेन ने कहा, "यह सही है कि संसद भवन में मच्छर बहुत हैं। लेकिन मच्छर हमारे एजेंडे में नहीं हैं। महंगाई और जीएसटी जैसे जनता से जुड़े मुद्दे हमारे एजेंडे में अहम हैं। रही बात रात को नींद आने की तो खुले आकाश में कैसी नींद आती है यह बताने की जरूरत नहीं है।" बता दें कि निलंबन वापसी के लिए संसद परिसर में धरना दे रहे सांसदों का प्रदर्शन आज दोपहर 12 बजे खत्म हो जाएगा।