PM Svanidhi Scheme: भारत सरकार हर छोटे-बड़े वर्ग के लोगों के लिए जरूर योजनाओं की पहल करती रहती है जिससे आम जनता को वित्तीय मदद मिल सके। पीएम स्वनिधि योजना ऐसी ही योजना है जिसके तहत रेहड़ी-पटरी वालों के लिए महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य शहरी स्ट्रीट वेंडर्स को बिना किसी गारंटी के कार्यशील पूंजी ऋण उपलब्ध कराना है। इसके तहत, उन्हें 10,000 रुपये तक का शुरुआती ऋण दिया जाता है, ताकि वे अपना व्यवसाय फिर से शुरू कर सकें। यह योजना उन सभी स्ट्रीट वेंडर्स के लिए है जो 24 मार्च 2020 या उससे पहले से शहरी क्षेत्रों में वेंडिंग कर रहे थे।
पीएम स्वनिधि योजना क्या है?
पीएम स्वनिधि योजना, जिसका पूरा नाम प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि है, एक सरकारी योजना है जिसे केंद्र सरकार ने कोविड-19 महामारी के दौरान छोटे व्यापारियों और रेहड़ी-पटरी वालों की मदद के लिए शुरू किया था।
यह योजना स्ट्रीट वेंडर्स को अपना कारोबार फिर से शुरू करने और उसे चलाने के लिए किफायती ऋण (लोन) प्रदान करती है। आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के अनुसार, यह योजना, जिसे आधिकारिक तौर पर प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि के नाम से जाना जाता है, भारत सरकार द्वारा 1 जून, 2020 को शुरू की गई एक छोटी ऋण सुविधा है। यह योजना महामारी से प्रभावित पात्र विक्रेताओं को 10,000 रुपये तक के संपार्श्विक-मुक्त कार्यशील पूंजी ऋण प्रदान करती है।
कैसे मिलेगा इस योजना का लाभ?
पीएम स्वनिधि योजना का लाभ उठाने के लिए आपको निम्नलिखित प्रक्रिया का पालन करना होगा:
पात्रता:
आप एक शहरी स्ट्रीट वेंडर होने चाहिए।
24 मार्च 2020 या उससे पहले से वेंडिंग कर रहे हों।
आपके पास शहरी स्थानीय निकाय द्वारा जारी किया गया वेंडिंग सर्टिफिकेट या पहचान पत्र होना चाहिए।
आवेदन करने का तरीका
आप किसी भी सरकारी बैंक में जाकर सीधे आवेदन कर सकते हैं।
आप योजना की आधिकारिक वेबसाइट pmsvanidhi.mohua.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आप नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर भी जाकर आवेदन कर सकते हैं।
जरूरी दस्तावेज:
आधार कार्ड
मोबाइल नंबर (आधार से लिंक होना चाहिए)
वेंडिंग सर्टिफिकेट (विक्रेता का प्रमाण पत्र) या टाउन वेंडिंग कमेटी द्वारा जारी अनुशंसा पत्र
बैंक खाता विवरण
पैन कार्ड
योजना के फायदे
1 बिना गारंटी का ऋण: यह योजना बिना किसी जमानत या गारंटी के ऋण देती है, जिससे छोटे व्यापारियों को साहूकारों के ऊँचे ब्याज से बचाया जा सके।
2 ब्याज सब्सिडी: ऋण का समय पर या समय से पहले पुनर्भुगतान करने पर 7% प्रति वर्ष की ब्याज सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाती है।
3 उच्च ऋण का लाभ: अगर आप पहला ऋण समय पर चुका देते हैं, तो आप 20,000 रुपये का दूसरा ऋण और 50,000 रुपये का तीसरा ऋण ले सकते हैं। इस तरह कुल 80,000 रुपये तक का ऋण मिल सकता है।
4 डिजिटल लेनदेन पर प्रोत्साहन: यह योजना डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देती है। डिजिटल तरीकों से भुगतान करने पर प्रति माह 50 से 100 रुपये तक का कैशबैक मिलता है।
5 आसान किश्तें: लिए गए ऋण को चुकाने के लिए एक साल का समय मिलता है, जिसे मासिक किश्तों में चुकाया जा सकता है।