PM Modi visits Gurudwara Patna Sahib: लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार में व्यस्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय दौरे पर बिहार आए। रविवार को उन्होंने पटना में रोड शो किया था। इसके बाद सोमवार की सुबह पटना साहिब स्थित तख्त साहिब गुरुद्वारा पहुंचे। पीएम मोदी करीब 20 मिनट तक गुरुद्वारे में रहे। इस दौरान प्रधानमंत्री केसरिया रंग की पगड़ी बांधे नजर आए। पीएम मोदी ने पहले मत्था टेका और अरदास की। जिसके बाद उन्होंने प्रसाद ग्रहण किया फिर लंगर वाले एरिया में पहुंचे, जहां पीएम मोदी ने पहले खाना बनाया फिर रोटियां बेली। मौजूद लोगों को अपने हाथों से लंगर परोसा।
गुरुद्वारा में पीएम मोदी की सादगी को देख वहां मौजूद सभी लोग हैरान हो गए। पीएम खुद अपने हाथ में बाल्टी लेकर उस जगह से बाहर निकले और बाहर भोजन पर बैठे लोगों को अपने हाथ से खाना परोसा। इसके साथ ही खुद भी लंगर का स्वाद चखा। इस दौरान गुरुघर की मर्यादा के अनुकूल प्रधानमंत्री का स्वागत किया गया।
प्रबंधक कमेटी की ओर से पहले से ही उनके आगमन को लेकर विशेष तैयारी की गई थी। मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं जो हरमंदिर साहिब पहुंचे। प्रबंधक कमिटी के तरफ से पीएम मोदी को सरोपा भेंट किया गया। इसके बाद गुरुगोविंद सिंह जी महाराज जी से जुड़ी हर एक एक चीज का उन्हें दर्शन कराया गया। उनके इतिहास के बारे में बताया गया।
मोदी पूरे गुरुद्वारा परिसर को निहारते रहे और इसकी खूबसूरती का दीदार करते रहे। तख्त श्री पटना साहिब को तख्त श्री हरमंदिर जी, पटना साहिब के नाम से भी जाना जाता है, जो सिखों के पांच तख्तों में से एक है। गुरु गोविंद सिंह के जन्मस्थान के रूप में इस तख्त का निर्माण 18वीं शताब्दी में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा करवाया गया था।
सिखों के दसवें गुरु, गुरु गोविंद सिंह का जन्म 1666 में पटना में हुआ था। उन्होंने आनंदपुर साहिब जाने से पहले अपने प्रारंभिक वर्ष यहीं बिताए थे। पीएम मोदी के पटना साहिब पहुंचने की खबर मिलने पर गंगा पथ के दोनों छोर पर मोदी के दर्शन करने के लिए लोग पहुंचे हुए थे।
पीएम के साथ पटना साहिब से भाजपा प्रत्याशी रविशंकर प्रसाद और केन्द्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी मौजूद रहे। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि पीएम ने यहां मत्था टेका, दर्शन किए। लंगर जाकर खुद उन्होंने चलाया और भोजन वितरण किया। जहां रोटी बनती है वहां जाकर खुद रोटी बेला और वितरण किया। हमें बहुत गर्व है कि भारत के वो पहले प्रधानमंत्री हैं जो यहां आए।
वहीं, सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर अपने एक पोस्ट में रोड शो के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘पटना के मेरे परिवारजनों का बहुत-बहुत आभार। आज के रोड शो में आप सबका अभूतपूर्व जोश और उत्साह असीम ऊर्जा से भर देने वाला है। विशेषकर हमारे युवा साथियों और माताओं-बहनों ने इसमें भागीदारी कर जिस प्रकार भरपूर आशीर्वाद दिया, उससे पता चलता है कि शहर के लोगों का भाजपा-राजग से कितना गहरा जुड़ाव है। इससे ‘विकसित पटना’ के संकल्प को साकार करने की भावना और प्रबल हुई है।
उन्होंने आगे कहा कि मां गंगा के तट पर बसी पाटलिपुत्र की यह धरती प्राचीन काल से लेकर स्वतंत्रता आंदोलन तक के अनेक महत्वपूर्ण कालखंडों की गवाह रही है। राजग सरकार ‘‘विरासत भी, विकास भी’’ के मंत्र के साथ यहां की विरासत को संजोने-संवारने में जुटी है। बिहार विधानसभा के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में बना शताब्दी स्मृति स्तंभ इसका एक जीता-जागता उदाहरण है।
पीएम मोदी ने कहा कि शहर के लोगों का जीवन और आसान बनाने के लिए हमने सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है. पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस हो या पटना-वाराणसी के बीच ट्रेन, रेलवे जंक्शन पर सुविधाओं का विस्तार हो या हवाई अड्डे पर घरेलू टर्मिनल बिल्डिंग और इनक्यूबेशन सेंटर हो, हमारी सरकार ने बुनियादी संरचना विकास पर काफी ध्यान दिया है।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही गंगा नदी पर केबल ब्रिज, महात्मा गांधी सेतु का जीर्णोद्धार, पटना मेट्रो रेल परियोजना और पटना रिंग रोड से शहर के लोगों का जीवन और आसान होगा। विकास की गति तेज करने के लिए पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर एलपीजी पाइपलाइन का पटना तक विस्तार किया गया है।
हमने शहर की स्वच्छता को भी ध्यान में रखते हुए जलमल शोधन संयंत्र बनवाए हैं। पटना शहर का पर्यटन विकास भी हमारी सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है। प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के सहयोगी राजद ने जंगलराज लाने और शहर को अपराध सिटी बनाने का काम किया था। इनका ‘इंडिया’ गठबंधन आज अपने वोट बैंक के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार है। लेकिन हमारी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में पटना के विकास को नई ऊंचाई देने के लिए कृत संकल्पित है।