नई दिल्ली: पटना-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस की जगह अब 1 सितंबर से कई अतिरिक्त सुविधाओं के साथ तेजस एक्सप्रेस को चलाया जाएगा। भारतीय रेलवे की ओर से गुरुवार को इस संबंध में घोषणा की गई।
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) राजेश कुमार ने कहा, 'पटना से नई दिल्ली के बीच चलने वाली ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस अब एक सितंबर से तेजस राजधानी के नाम से जानी जाएगी और पटना से रोजाना चलेगी।'
उन्होंने कहा, 'इस ट्रेन में सुरक्षा की दृष्टि से काफी सुविधाएं दी गई हैं, तेजस के डिब्बों में आग का पता लगाने और शमन प्रणाली की सुविधा है। यह स्वचालित प्लग डोर सिस्टम और सीसीटीवी कैमरों से भी लैस है।' तेजस के डिब्बों में बायो-वैक्यूम शौचालय और शौचालयों में शिशु का ख्याल रखने के लिए सीटों की व्यवस्था की गई है।
राजेश कुमार के मुताबिक, 'यह ट्रेन उन्नत ब्रेकिंग सिस्टम से लैस है, अगर कभी भी आग लगने जैसी घटना होती है, तो ट्रेन अपने आप रुक जाएगी। साथ ही साइड बर्थ में एक अलग सीट की व्यवस्था है ताकि साइड बर्थ यात्री को कोई समस्या न हो।'
पटना राजधानी का टिकट पहले ले चुके हैं तो क्या होगा
रेलवे के मुताबिक पहले से सीट रिजर्व करा चुके यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्हें पुराने टिकट पर इस नई ट्रेन से सफर करने का मौका मिलेगा। वहीं तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को राजधानी एक्सप्रेस में बुकिंग के समय मिले बर्थ नंबर की सेवा के साथ ही सफर का मौका मिलेगा।
इसका मतलब यह हुआ कि राजधानी की टिकट में जो सीट नंबर मिला है तेजस में भी वही सीट नंबर आपका रहेगा।
तेजस के चलने का समय भी राजधानी एक्सप्रेस की तरह समय के समान होगा। इसमें बदलाव नहीं हुआ है। ट्रेन पहले की तरह बिहार के राजेंद्र नगर से पटना, दीन दयाल उपाध्याय, प्रयागराज और कानपुर सेंट्रल होते हुए नई दिल्ली जाएगी।
तेजस अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे की गति से चल सकती है। हालांकि इस रूट पर यह स्पीड रेलवे के लिए चुनौती है। ऐसे में रेलवे सूत्रों के मुताबिक इसे फिलहाल 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाया जा सकता है।
पिछले महीने भी पश्चिम रेलवे ने मुंबई राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन के साथ इसी तरह के प्रयोग की शुरुआत की थी और तेजस के अपग्रेडेड स्लिपर कोच लगाए थे। इसे इसी साल 19 जुलाई से लागू किया गया था।