कोलकाता: पश्चिम बंगाल में शिक्षक बहाली प्रक्रिया में घोटाले के आरोपों में घिरे कैबिनेट मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्थ चटर्जी के खिलाफ अब पार्टी के अंदर से ही विरोध की आवाजें उठने लगी हैं। तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा है कि पार्थ चटर्जी को तुरंत मंत्रालय और पार्टी के सभी पदों से हटाया जाना चाहिए। कुणाल घोष ने कहा कि घोटाले के आरोपों में घिरे पार्थ चटर्जी को पार्टी से भी निकाला जाना चाहिए। इतना ही नहीं कुणाल घोष ने कहा कि अगर पार्टी को लगता है कि मेरा बयान गलत है तो पार्टी को मुझे हटाने का पूरा अधिकार है। मैं हमेशा टीएमसी का सिपाही रहूंगा। खबर है कि पार्थ चटर्जी पर तृणमूल कांग्रेस जल्द ही बड़ा फैसला ले सकती है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी इस मुद्दे पर जल्द ही बैठक करने वाली हैं। पार्थ चटर्जी को अपने मंत्रीपद और पार्टी की सदस्यता से हाथ धोना पड़ सकता है।
पार्थ चटर्जी की करीबी के घर से मिला पैसों का पहाड़
पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दो घरों से करीब 50 करोड़ नकद और पांच किलो सोना बरामद हुआ है। शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही ईडी ने अर्पिता मुखर्जी को 23 जुलाई को गिरफ्तार किया गया है। लगातार छापे मार रही प्रवर्तन निदेशालय की टीम को पांच दिन पहले अर्पिता के फ्लैट से 21 करोड़ कैश और तमाम कीमती सामान मिले थे। इसके बाद 27 जुलाई को भी अर्पिता के दूसरे ठिकाने से लगभग 30 करोड़ रूपये और 5 किलो सोना बरामद हुआ था। अर्पिता के घर में ये पैसे टॉयलेट में छुपा कर रखे गए थे।
बता दें कि पार्थ चटर्जी ममता सरकार में वाणिज्य और उद्योग, संसदीय मामलों, सूचना प्रौद्योगिकी और इलेक्ट्रॉनिक्स, सार्वजनिक उद्यम और औद्योगिक पुनर्निर्माण मंत्री हैं। विवादों में घिरे विवादों में घिरे मंत्री पार्थ चटर्जी के लिए तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष पहले ही कह चुके हैं कि वे हम सभी के लिए अपमान और शर्मिंदगी लेकर आए हैं।