पटना: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मुझे आश्वासन दिया है कि ग्रुप-डी में दो के बजाय एक परीक्षा होगी और एनटीपीसी परीक्षा के 3.5 लाख अतिरिक्त परिणाम एक छात्र-एक परिणाम के आधार पर घोषित किए जाएंगे। इसलिए विरोध करने की जरूरत नहीं।
बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम द्वारा दी गई यह जानकारी छात्रों के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं है। उन्होंने रेल मंत्री से आग्रह किया कि एनटीपीसी के मामले में 'वन कैंडिडेट-वन रिजल्ट' के सिद्धांत पर फैसला किया जाना चाहिए। समय रहते रेलवे बोर्ड छात्रों के भ्रम दूर किया होता, तो बिहार में ऐसी अप्रिय स्थिति नहीं पैदा होती। उन्होंने राज्य पुलिस प्रशासन से भी यह अपील की है कि वे आंदोलन कर रहे छात्रों पर किसी तरह की दंडात्मक कार्रवाई न करें।
बता दें कि आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा परिणाम को लेकर छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आवाह्न किया है। इस बंद का समर्थन राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राजद, कांग्रेस और लेफ्ट दलों ने भी किया है। यहां तक कि सरकार में शामिल दलों ने भी छात्रों के बंद को समर्थन किया है।
वहीं छात्र संगठन भी सुबह से ही सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे थे। पटना के भिखना पहाड़ी इलाके में छात्र राजद के कार्यकर्ताओं ने सड़क जाम कर आगजनी जिससे काफी देर तक इस इलाके में आवागमन प्रभावित रहा। छात्रों का आरोप है कि तय मानकों से कम उम्मीदवार सीबीटी 2 के लिए क्वालिफाई किए गए हैं, जिसके चलते कट-ऑफ हाई है।