सुशील मोदी: ईसाई मित्र से की शादी, मेहमानों को भोज के बजाय सिर्फ़ कोल्ड ड्रिंक पिलाई, बेटे की शादी में भी नहीं छपवाए कार्ड, जानें निजी जीवन के बारे में
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 14, 2024 12:01 PM2024-05-14T12:01:19+5:302024-05-14T12:02:39+5:30
साल 1987 में सुशील मोदी ने जेस्सी जॉर्ज से शादी की। जेस्सी सुशील मोदी की मित्र हैं और ईसाई धर्म से हैं। पढ़ाई के दोनों के बीच प्रेम हुआ तो दोनों ने विवाह किया। इस शादी की सबसे खास बात थी सादगी।
Sushil Kumar Modi: बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील मोदी अब हमारे बीच नहीं हैं। महीनों तक कैंसर से जूझने के बाद सोमवार, 13 मई की रात उन्होंने आखिरी सांस ली। एक दशक से अधिक समय तक बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने वाले सुशील मोदी को एक कुशल राजनेता तो थे ही, इसके अलावा वह निजी जीवन में भी हमेशा लीक से हट कर चलने वाले इंसान थे।
सुशील मोदी का निजी जीवन
सुशील मोदी का जन्म 5 जनवरी 1952 को हुआ था। उनके पिता मोती लाल मोदी और माता का नाम रत्ना देवी था। साल 1987 में सुशील मोदी ने जेस्सी जॉर्ज से शादी की। जेस्सी सुशील मोदी की मित्र हैं और ईसाई धर्म से हैं। पढ़ाई के दोनों के बीच प्रेम हुआ तो दोनों ने विवाह किया। इस शादी की सबसे खास बात थी सादगी। जिस समय समाज के ऊपरी और सक्षम तबके में शादियों में खर्च कर के दिखावा करने का चलन था, उस समय सुशील मोदी और जेस्सी की शादी बेहद सादगी से हुई।
सुशील मोदी और जेस्सी की शादी ने खूब सुर्खियां भी बटोरीं। एक तो यह अंतरधार्मिक विवाह था। दूसरे अपनी शादी में सुशील मोदी ने मेहमानों को भोज के बजाय सिर्फ़ कोल्ड ड्रिंक पिलाई थी। सुशील मोदी ने शादियों में दिखावा न करने और सादगी का मूल्य जीवन भर निभाया। अपने बेटे की शादी में न तो दहेज लिया और न ही किसी तरह का दिखावा किया। उन्होंने शादी के कार्ड भी नहीं छपवाए।
राजनीतिक सफर
सुशील कुमार मोदी समाजवादी पृष्ठभूमि के नेता थे और जयप्रकाश नारायण के संपूर्ण क्रांति आंदोलन से प्रभावित थे। पटना विश्वविद्यालय में 1973 में जिस लालू यादव अध्यक्ष बने थे, तब उनकी टीम में महासचिव सुशील मोदी ही थे। बाद में दोनों राजनैतिक प्रतिद्वंद्वी हो गए। उन्होंने बिगार के उपमुख्यमंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के साथ-साथ 2005 से 2013 तक और फिर 2017 से 2020 तक बिहार के वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया। उन्होंने बिहार में विभिन्न एनडीए सरकार के गठन और झारखंड राज्य के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।