लाइव न्यूज़ :

भरपूर नहीं करगिल सरीखे लघु युद्ध हो सकते हैं सीमाओं पर!

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: April 24, 2025 10:28 IST

Pahalgam Terrorist Attack: ब्रहमोस व पृथ्वी जैसे मिसाइल उन पर पूरी तरह से अचूक निशाना लगाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं।

Open in App

Pahalgam Terrorist Attack: पहले पुलवामा हमला और अब पहलगाम नरसंहार। ऐसे में पाकिस्तान को मुहंतोड़ जवाब देने की खातिर ‘सजा’ और ‘प्रतिकार’ के बतौर पर चाहे भारत पाकिस्तान पर हमला नहीं करेगा लेकिन इतना अब सुनिश्चित हो गया है कि सीमाओं पर करगिल सरीखे लघु युद्ध हो सकते हैं। ऐसा होने की संभावना इसलिए व्यक्त की जाने लगी है क्योंकि केंद्र की ओर से हरी झंडी मिलने के बाद भारतीय सेना हमले का जवाब देनेे की तैयारी में है। पहले ही पुलवामा हमले के बदले के तौर पर बालाकोट एयर स्ट्राइक पाकिस्तानी तैयारियों और भारत के गुस्से को वर्ष 2019 के फरवरी महीने में प्रदर्शित कर चुकी हैं।

रक्षाधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि केंद्र की ओर से इस संबंध में हरी झंडी मिल चुकी है। आधिकारिक सूत्र बताते हैं कि भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई करने की तैयारी में जुटी हैै। हालांकि सेना की नार्दन कमान में तैनात कई अफसर भी इस प्रकार के संकेत दे रहे हैं। पहले भी उड़ी हमले के बाद सर्जिकल स्ट्राइक और पुलवामा हमले के बाद बालाकोट में एयर स्ट्राइक की जिम्मेदारी नार्दन कमांड को दी गई थी जिसने इसे बखूबी निभाया था।

सीमांत मोर्चों से मिलने वाली जानकारियों के मुताबिक, भारतीय सेना पाकिस्तान को सजा देने के लिए कई विकल्पों की तैयारियों में जुटी है। मकसद पाकिस्तान को सजा देना है। सूत्रों के मुताबिक, जवाबी हमला करने के लिए फिलहाल कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। राजनीतिक तथा कूटनीतिक मोर्चों के अतिरिक्त सैनिक मोर्चों पर भी पाकिस्तान को पहलगाम हमले का जवाब देने की तैयारी जारी है। सैनिक मोर्चों पर जो भी सुझाव जवाब देने के लिए सुझाए जा रहे हैं उनका परिणाम अंत में भरपूर युद्ध के रूप में ही निकलता है।

उस कश्मीर में स्थित प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट करने के लिए सुझाए गए चार विकल्पों में से एक विकल्प जमीन से जमीन पर मार करने वाले ब्रहमोस व पृथ्वी मिसाइलों के इस्तेमाल का भी है जो पूरी तरह से अमेरीका की तर्ज पर करने की बात कही जा रही है। ऐसी सलाह देने वालों का कहना है कि उस कश्मीर के भीतर स्थित प्रशिक्षण केंद्र अधिक गहराई में नहीं हैं और ब्रहमोस व पृथ्वी जैसे मिसाइल उन पर पूरी तरह से अचूक निशाना लगाने में अपनी अहम भूमिका निभा सकते हैं।

तीन प्रकार के अन्य विकल्प भी सुझाए जा रहे हैं। इनमें एक भारतीय सेना को खूली छूट देने का है। अर्थात सर्जिकल स्ट्राइक की तरह भारतीय सेना एलओसी को पार कर 24 घंटों के भीतर आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों को नष्ट कर वापस लौटे। यह कमांडो कार्रवाई होगी। जबकि सभी प्रशिक्षण केंद्र अभी भी एलओसी के पार पाक कब्जे वाले कश्मीर में ही हैं। पर पहली सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना के चौकन्ना हो जाने के बाद इस विकल्प को व्यावहारिक नहीं माना जा रहा है। 

सेना को बोफोर्स तोपों का खुल कर इस्तेमाल करने की इजाजत देने का विकल्प भी है। इसके अतंर्गत एलओसी से 18 से 20 किमी की दूरी पर स्थित कुछ प्रशिक्षण केंद्रों पर मोर्टार, बोफोर्स तोपों से हमला किया जाए। बोफोर्स तोप पहाड़ों में 28 से 30 किमी की दूरी तक मार कर सकती हैं।

एलओसी पर बोफोर्स तोपों की तैनाती फिर से हो चुकी है। सूत्रों के अनुसार, इनके अतिरिक्त एक बार फिर भारतीय वायुसेना और ड्रोन हमलों का इस्तेमाल कर प्रशिक्षण कंेद्रों को उड़ाने का विकल्प भी सैनिक कार्रवाई के तहत खुला है। प्रशिक्षण केंद्रों पर हवाई हमले किए जाने का जो विकल्प दिया गया है उसके अंतर्गत यह कहा जा रहा है कि मिराज-2000 तथा सुखोई विमानों का इस्तेमाल किया जाए जो अचूक निशाना साधनो तथा गहराई तक हमला करने में सक्षम माने जाते हैं।

हालांकि इसके लिए दोनों किस्म के विमानों को जम्मू कश्मीर के सभी सैनिक हवाई अड्डों का इस्तेमाल करना होगा।यह बात अलग है कि कल रात को सीसीएस की बैठक में जो फैसले लिए गए हैं उससे भारतीयों में अधिक खुशी की लहर इसलिए नहीं है क्योंकि सिंधु जल संधि समझौते को सिर्फ स्थगित किया गया है न की खत्म।

टॅग्स :आतंकी हमलाजम्मू कश्मीरभारत
Open in App

संबंधित खबरें

भारतTral Encounter: त्राल में मारे गए आतंकियों की पहली तस्वीर आई सामने, लश्कर-ए-तैयबा से था कनेक्शन

भारतJammu-Kashmir: त्राल में तीन आतंकवादी मारे गए, सर्च ऑपरेशन जारी

भारतकांग्रेस क्यों कर रही पूरे देश में 'जयहिंद' सभा का आयोजन? जानें क्या है ये और कैसे पार्टी को मिलेगा इससे राजनीतिक फायदा

विश्वचीन का ग्लोबल टाइम्स का एक्स अकाउंट बहाल, भारत ने पहले किया था बैन

भारतऑपरेशन सिंदूर से बदली नीतियों का संकेत?, आतंकी ठिकानों पर गरजती मिसाइलों ने कई संदेश...

भारत अधिक खबरें

भारतDelhi: पीतमपुरा में गुरु गोबिंद कॉलेज में लगी भीषण आग, कांच की खिड़कियों से निकली आग की लपटें; 11 दमकल गाड़ियां मौजूद

भारतमणिपुर में असम राइफल्स की बड़ी कार्रवाई, भारत-म्यांमार सीमा पर 10 उग्रवादियों को किया ढेर

भारतPahalgam Terror Attack: कमांड रूम से सीधे मोर्चे पर पीएम मोदी?, कोई दिखावा नहीं और न ही बयानबाजी

भारतIndia-Pakistan ceasefire Updates: अपनी सेना की सफलता पर देश निश्चित रूप से गर्व कर सकता?

भारतमध्य प्रदेशः मंत्री विजय शाह पर एफआईआर दर्ज, कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित बयान के बाद कार्रवाई