पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना के गांधी मैदान में अपने खास गमछा लहराकर बिहार की जनता का आभार व्यक्त किया। बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए 243 में से 202 सीटें जीतकर सत्ता में लौटी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की अभूतपूर्व जीत के लिए राज्य की जनता का आभार व्यक्त किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पटना के गांधी मैदान में बिहार के सीएम नीतीश कुमार, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य एनडीए नेताओं का अभिवादन किया।
जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने आज पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। कुमार ने भारत के संविधान की शपथ ली।
पटना के गांधी मैदान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘गमछा’ लहराना भीड़ के आकर्षण का केंद्र रहा। जैसे ही प्रधानमंत्री मोदी ने गमछा लहराया, गांधी मैदान में मौजूद करीब तीन लाख लोगों की भीड़ में उत्साह का माहौल बन गया।
कार्यक्रम में कलाकारों ने लोकगीतों और लोकनृत्यों की प्रस्तुति देकर मंच पर मौजूद प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, असम, ओडिशा, हरियाणा और दिल्ली के मुख्यमंत्रियों का मन मोह लिया।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार द्वारा रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ पूरी करते ही प्रधानमंत्री ने भीड़ की ओर ‘गमछा’ लहराया, जिससे देर तक तालियों की गूंज सुनाई देती रही। समारोह की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई। सबसे पहले ‘सामा-चकवा’ की रंगारंग प्रस्तुति हुई, जो मिथिला क्षेत्र का लोकप्रिय लोकनृत्य है और भाई-बहन के प्रेम का उत्सव माना जाता है।
महिला कलाकारों के एक समूह ने यह नृत्य प्रस्तुत कर अतिथियों का स्वागत किया। इसके बाद राज्य के विभिन्न हिस्सों की महिला कलाकारों ने अलग-अलग क्षेत्रों के गीत और नृत्य प्रस्तुत किए। मुख्य मंच के अलावा एक अन्य मंच पर भोजपुरी अभिनेता, गायक और भाजपा सांसद मनोज तिवारी तथा भोजपुरी स्टार पवन सिंह ने लोकप्रिय गीत गाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। गांधी मैदान में आने वाले विशिष्ट अतिथियों के लिए विशेष चाय और बिहार के पारंपरिक व्यंजन लिट्टी-चोखा, मठरी और मखाना-खीर की व्यवस्था की गई थी।
समारोह में आने वाले अति विशिष्ट व्यक्तियों के लिए विशेष व्यवस्था भी की गई थी। पटना शहर को भी पोस्टरों और बैनरों से सजाया गया था जिनमें सत्तारूढ़ गठबंधन के नेताओं का स्वागत किया गया था। शहर के प्रमुख स्थानों पर मोदी, शाह, नीतीश कुमार और राजग के अन्य नेताओं के पोस्टर लगाए गए थे। पटना के प्रसिद्ध बेली रोड के दोनों ओर राजग के शीर्ष नेताओं के बड़े-बड़े कटआउट लगाए गए थे।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई अन्य शीर्ष नेता शामिल हुए। इस कार्यक्रम में राजग शासित कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी भाग लिया। भाजपा नेता सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, दिलीप जायसवाल, मंगल पांडेय, राम कृपाल यादव, अरुण शंकर प्रसाद, रमा निषाद, नितिन नबीन और सुरेंद्र प्रसाद मेहता ने बिहार के मंत्री के रूप में शपथ ली।
जनता दल (यू) के विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र प्रसाद यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, मदन सहनी, सुनील कुमार और मोहम्मद जमा खान ने भी बिहार के मंत्री के रूप में शपथ ली। इसके अलावा हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के संतोष सुमन ने भी बिहार के मंत्री पद की शपथ ली।
जनता दल (यूनाइटेड) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार आज पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में रिकॉर्ड 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनके साथ 26 मंत्रियों के भी शपथ ली। कुमार (74) पहली बार 2000 में बिहार के मुख्यमंत्री बने थे। हालांकि, उनकी सरकार आठ दिनों के भीतर गिर गई थी।
उनका दूसरा कार्यकाल 2005 में शुरू हुआ और उसके बाद से 2014 तक वे लगातार राज्य की कमान संभालते रहे। 2014 के लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया था लेकिन कुछ समय बाद फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। कुमार ने आखिरी बार जनवरी 2024 में मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।
जब उन्होंने और उनकी पार्टी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में वापसी की थी। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कई अन्य शीर्ष नेता शामिल हुए। सूत्रों ने बताया कि नए मंत्रिमंडल का विस्तार अगले साल 14 जनवरी को मकर संक्रांति के बाद किया जाएगा।