मुंबई: शरद पवार के एनसीपी का अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में गहमागहमी जारी है। शरद पवार का उत्तराधिकारी चुनने के लिए एनसीपी की एक समिति की अहम बैठक आज हुई। समिति ने सर्वसम्मति से पार्टी प्रमुख शरद पवार से पार्टी का नेतृत्व जारी रखने का अनुरोध करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया। दूसरी ओर मुंबई में पार्टी के दफ्तर के बाहर भी भारी हंगामा देखने को मिला।
शरद पवार के समर्थक बड़ी संख्या में ऑफिस कार्यालय के बाहर जमा हो गए। इस बीच एक कार्यकर्ता ने केरोसिन लगाकर आत्महत्या की भी कोशिश की।
एनसीपी नेता और पार्टी के उपाध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा, 'पवार साहब ने हमें बिना बताए फैसला ले लिया। पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं की सभी मांगों पर विचार करते हुए हमने आज बैठक की और समिति ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया है। समिति सर्वसम्मति से इस इस्तीफे को खारिज करती है और हम उनसे पार्टी अध्यक्ष के पद पर बने रहने का अनुरोध करते हैं।'
एनसीपी की 18 सदस्यीय समिति वाली इस बैठक में प्रफुल्ल पटेल, सुनील तटकरे, केके शर्मा, अजीत पवार, जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र आव्हाड, हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़, नरहरि झिरवाल, फौजिया खान (अध्यक्ष, राष्ट्रवादी महिला कांग्रेस) धीरज शर्मा (अध्यक्ष, राष्ट्रवादी युवा कांग्रेस) शामिल हुए।
एनसीपी के दफ्तर के बाहर कार्यकर्ताओं का हंगामा
एनसीपी की समिति की बैठक जब मुंबई में चल रही थी, उस दौरान पार्टी दफ्तर के बाहर भी कार्यकर्ता बड़ी संख्या में जुटे हुए थे। कार्यकर्ता शरद पवार के समर्थन में नारेबाजी कर रहे थे और उन्हें अध्यक्ष पद पर बने रहने का आग्रह कर रहे थे। इसी दौरान एक अजीबोगरीब स्थिति पैदा हुई जब एक कार्यकर्ता ने खुद पर केरोसिल छिड़क कर आग लगाने की कोशिश की। हालांकि आत्मदाह की उसकी कोशिश को वहां खड़े अन्य कार्यकर्ताओं ने नाकाम कर दिया।
बता दें कि 82 साल के दिग्गज नेता शरद पवार ने मंगलवार को मुंबई में अपनी आत्मकथा ‘लोक माझे सांगाती’ के अद्यतन संस्करण के विमोचन कार्यक्रम में एनसीपी प्रमुख के पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था। उन्होंने अपने उत्तराधिकारी पर फैसला लेने के लिए पार्टी की एक समिति भी गठित की थी।