मुंबई: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े अब क्रूज ड्रग्स केस मामले की जांच नहीं करेंगे। उनसे ये केस वापस ले लिया गया है। इसी मामले में शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को भी गिरफ्तार किया गया था। आर्यन को कुछ दिन पहले ही बॉम्बे हाई कोर्ट से जमानत मिली है।
समीर वानखेड़े से उस समय क्रूज ड्रग्स केस वापस लिया गया है जब उन्हें लेकर कई तरह के विवाद सामने आने लगे थे। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने कई आरोप वानखेड़े पर लगाए थे। वहीं एक स्वतंत्र गवाह ने आर्यन को छोड़ने के लिए 18 करोड़ रुपये की डील करने की कोशिश जैसे आरोप भी लगाए थे।
मामले में किरण गोसावी के बॉडीगार्ड रहे प्रभाकर सैल ने एक हलफनामे में कहा था कि 18 करोड़ में से 8 करोड़ समीर वानखेड़े को दिए जाने थे।
आर्यन खान मामले की जांच करेगी एसआई टीम
आर्यन खान केस की जांच अब एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) करेगी। इस एसआईटी का नेतृत्व सीनियर पुलिस अधिकारी संजय सिंह करेंगे। संजय सिंह 1996 बैच के ओडिशा कैडर के अधिकारी हैं। इसके अलावा इससे संबंधित पांच अन्य से जुड़े मामलों की भी जांच एसआईटी करेगी।
एनसीबी की दक्षिणी-पश्चिमी क्षेत्र के डिप्टी डीजी मुत्था अशोक जैन ने शुक्रवार को बताया, 'हमारे जोन के कुल 6 केस की जांच एनसीबी की दिल्ली टीम करेगी। इसमें आर्यन खान केस सहित 5 अन्य केस शामिल हैं। ये एक प्रशासनिक फैसला है।
वहीं, समीर वानखेड़े ने कहा है कि उन्हें जांच से हटाया नहीं गया है। वानखेड़े ने कहा, 'कोर्ट में ये मेरी रिट पिटिशन थी कि केंद्रीय एजेंसी मामले की जांच करे। इसलिए आर्यन खान केस और समीर खान केस की जांच दिल्ली की एनसीबी की एसआईटी करेगी।'
समीर वानखेड़े पर कई आरोप
नवाब मलिक ने शुरुआत में ये दावा किया था कि समीर वानखेड़े ने सरकारी नौकरी पाने के लिए दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया है। मलिक ने कहा था कि वानखेड़े जन्म से मुस्लिम हैं और उन्होंने सरकारी नौकरी पाने के लिए दलित होने का फर्जी प्रमाण पत्र पेश किया था। उन्होंने वानखेड़े पर वसूली जैसे आरोप भी लगाए।
वानखेड़े के नेतृत्व में एनसीबी की टीम ने पिछले महीने की शुरुआत में मुबई से गोवा जा रही एक क्रूज जहाज पर छापेमारी की थी और इस दौरान कथित तौर पर नशीले पदार्थ की बरामदगी हुई थी। मंत्री ने बार-बार दावा किया है कि दो अक्टूबर को क्रूज जहाज पर की गई कार्रवाई ‘फर्जी’ थी।
तमाम आरोपों के बीच वानखेड़े हाल में दिल्ली पहुंचे थे। वे एनसीबी के मुख्यालय गए थे। वानखेड़े के खिलाफ आरोपों पर विभागीय जांच भी चल रही थी।