नागपुर में जारी महाराष्ट्र विधानसभा के शीत सत्र में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब बीजेपी विधायक वीर सावरकर का पोस्टर लेकर नारेबाजी करने लगे। बीजेपी विधायक दरअसल राहुल गांधी के वीर सावरकर पर दिये बयान के खिलाफ विरोध कर रहे थे। इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस सहित कई बीजेपी विधायक 'मैं सावरकर' टोपी पहनकर विधानसभा पहुंचे।
बीजेपी विधायकों का ये प्रदर्शन राहुल गांधी के उस बयान के खिलाफ है, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनका नाम राहुल सावरकर नहीं है और वे माफी नहीं मांगेंगे। बीजेपी राहुल गांधी से उनके 'मेक इन इंडिया' बयान पर माफी की मांग कर रही है।
दूसरी ओर महाराष्ट्र बीजेपी ने राहुल के बयान को लेकर शिवसेना पर भी तंज कसा है। नेता विपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने रविवार को वीर सावरकर पर शिवसेना के रुख को देखते हुए आरोप लगाया कि वह सत्ता के लिए लाचार हो गई है।
दूसरी ओर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार सावरकर के विचारों पर नहीं चल रही है। ठाकरे ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून भी सावरकर के विचारों से मेल नहीं खाता। सावरकर को भारत रत्न देने की प्रदेश बीजेपी की मांग का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे ने सवाल किया कि केंद्र उन्हें भारत रत्न क्यों नहीं दे रही है।
बता दें कि बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा सावरकर के खिलाफ की गई टिप्पणी को मुद्दा बना कर विधानमंडल के भीतर और बाहर शिवसेना को अड़चन में डालने की रणनीति अख्तियार की है। फड़नवीस ने आरोप लगाया था सत्ता के लिए लाचार हुई शिवसेना स्वतंत्रता संगाम्र सेनानी सावरकर के सम्मान के लिए सौदेबाजी पर उतारू हो गई है।