मुंबई: चेन्नई के बाद शुक्रवार को मुंबई को देश का दूसरा अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड फ्लड वॉर्निंग सिस्टम (IFWS) मिल गया है। ऐसे में अब इसके जरिए कम से कम तीन दिन पहले बाढ़ की भविष्यवाणी करना संभव हो सकेगा। यही नहीं, इससे अब अधिक लोगों की जान बचाई जा सकेगी।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई के लिए विकसित किए गए नए एकीकृत बाढ़ चेतावनी प्रणाली (आईएफएलओडब्ल्यूएस) का शुक्रवार को उद्घाटन किया और इसे शहर के लिए “वरदान” बताया। उद्घाटन समारोह में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि इस प्रणाली से बाढ़ का अनुमान लगाया जा सकता है इसलिए यह मुंबई के लोगों के लिए बड़ी सहायता कर सकता है। इस प्रणाली का विकास पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने साथ मिलकर किया है। उद्घाटन के बाद ठाकरे ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिये कहा, “बाढ़ प्रबंधन प्रणाली शहर के लिए वरदान है और इससे मुंबई को बचाने में मदद मिलेगी।” उन्होंने कहा, “महाराष्ट्र को चक्रवाती तूफान के बारे में दो तीन दिन पहले चेतावनी मिल गई थी इसलिए राज्य सरकार लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा सकी जिससे किसी की जान नहीं गई।”
हर्ष वर्धन ने कहा कि आईएफएलओडब्ल्यूएस प्रणाली सबसे आधुनिक है जिससे मुंबई के लोगों को मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “उच्च तकनीक वाली इस प्रणाली से बाढ़ आने से पहले उसका अनुमान लगाया जा सकेगा जिससे मुंबई में रहने वालों को पहले से एहतियाती कदम उठाने का समय मिल जाएगा। यह मुंबई के लोगों के लिए वरदान साबित होगा जहां लगातार बाढ़ का सामना करना पड़ता है।”
डॉक्टर हर्षवर्धन ने सीएम उद्धव ठाकरे संग किया उद्घाटन
इसका उद्घाटन संयुक्त रूप से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए दोनों पक्षों के शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में किया। वहीं, वर्धन ने कहा कि इसके साथ पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के वैज्ञानिकों (जिन्होंने IFWS विकसित किया है) ने साबित किया है कि हम विज्ञान में दुनिया में किसी से कम नहीं हैं।
अपनी बात को जारी रखते हुए वर्धन ने कहा, 'मुंबई में साल 2005 और साल 2017 में आई बाढ़ हर किसी को याद है। ऐसे में अब यह अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड फ्लड वॉर्निंग सिस्टम (IFWS) उन्नत शहर के लोगों की मदद करेगा।' वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसे मुंबई के निवासियों के लिए एक तोहफा बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में इंटीग्रेटेड फ्लड वॉर्निंग सिस्टम मुंबई के लिए आशीर्वाद है जहां मानसून की भविष्यवाणी करना और अधिक कठिन हो गया था।
न्यूज़ एजेंसी आईएनएस के अनुसार, ठाकरे ने कहा कि अगर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात निसर्ग को लेकर शुरुआत में की चेतावनी नहीं दी होती, तो इसका प्रभाव विनाशकारी साबित होता। ऐसे में अब बाढ़ प्रबंधन करना आवश्यक है, क्योंकि मुंबई में कुछ क्षेत्र हैं जो समुद्र के स्तर से कम हैं, जिससे पानी को बाहर निकालना मुश्किल हो जाता है।