नई दिल्ली, 21 मार्च: इराक के मोसुल में मारे गए 39 भारतीयों के शव आज भारत नहीं आ पाएंगे। विदेश मंत्रालय के सूत्र के हवाले से ये जानकारी दी गई है। विदेश मंत्रालय के सूत्र का कहना है कि जैसे ही हमें इस मामले में और जानकारी मिलेगी, हम जानकारी साझा करेंगे। मीडिया में ऐसी खबरें चल रही थी कि सारे शव बुधवार को आ जाएंगे। इन खबरों का खंडन करते हुए विदेश मंत्रालय की तरफ से स्टेटमेंट दिया गया है कि इराक की कानूनी प्रक्रिया की वजह से 39 भारतीयों के शव को भारत आने में 8-10 दिन का समय लगेगा।
11 जून 2014 को इराक के मोसुल से ISIS के आतंकियों ने 80 लोगों का अपहरण किया था। जिसमें से 40 भारतीय और 40 बंगलादेशी थे। पंजाब के रहने वाले हरजीत वहां से भागने में सफल हो गए थे। देश लौटकर हरजीत ने कहा था कि सबकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उसे भी गोली मारी गई थी लेकिन वो किसी तरह बच गया।
20 मार्च को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने राज्यसभा में इस बात की जानकारी दी थी कि इराक के मोसुल में चार साल से लापात 39 भारतीयों की मौत हो गई है। सुषमा स्वराज ने कहा कि 38 भारतीयों का डीएनए मैच हो गया है, जबकि 39वें शख्स का डीएनए 70 प्रतिशत तक ही मैच हुआ है। सभी 39 भारतीयों को ISIS ने मारा है। सभी को मारने के बाद शवों को बगदाद भेज दिया गया था। सुषमा ने बताया कि 39वें शख्स की जांच चल रही है। हमने सभी शवों को पहाड़ की खुदवाई कराके निकलवाया है।
वहीं कल विदेश मंत्री ने ये भी कहा था कि विदेश राज्यमंत्री वीके सिंह इराक में मारे गए भारतीयों के शव लेने के लिए नइराक जाएंगे। शव लेकर विमान पहले अमृतसर फिर पटना और आखिरी में कलकत्ता जाएगा।